दुनिया के ज्यादातर लोग कहते हैं कि जब कोई नहीं कर पाया तो हम कैसे कर पाएंगे लेकिन 3 लाख में से एक लड़की ऐसी होती है जो यह कहती है कि लड़की होना हमारी कमजोरी नहीं। साइंस हो या JEE Main हम टॉप पर पहुंच सकते हैं। इस एक लड़की का नाम है तनुजा चक्कू, उम्र 17 साल, निवासी तेलंगाना राज्य, पिता सरकारी शिक्षक। JEE Main के 24 टॉपर्स में 23 लड़कों के बीच अकेली लड़की है।
सरकारी शिक्षक की बेटी ने JEE Main में 100 परसेंटाइल हासिल किए
तनुजा के पिता तेलंगाना के सरकारी स्कूल में टीचर हैं। तनुजा कहती हैं, “यह सच है कि लड़कियों के लिए यहां तक पहुंचना आसान नहीं। लड़कियों की पढ़ाई के साथ ऐसे कई सोशल फैक्टर्स जुड़े होते हैं, जो लड़कों के साथ नहीं होते। फिर भी इसके लिए लड़कियां कड़ी मेहनत करती हैं और मनचाहा लक्ष्य हासिल कर सकती हैं। इसी सोच के साथ उन्हें बड़ा लक्ष्य बनाकर 100 परसेंटाइल लाने की कोशिश करनी चाहिए।” इससे पहले जनवरी सेशन में हुई परीक्षा में भी तनुजा ने 99.995 परसेंटाइल हासिल किए थे।
12 घंटे की पढ़ाई में 99.99 मिले थे, 10 घंटे की पढ़ाई + डांस से 100 परसेंटाइल
तनुजा बताती हैं कि लॉकडाउन मेरे लिए पढ़ाई करने की छुट्टियों की तरह था। वो पहले रोजाना 12 घंटे पढ़ाई करती थीं। महामारी के दौरान 8 से 10 घंटे पढ़ने लगीं। पढ़ाई पर पूरा फोकस करने के साथ ही लॉकडाउन में खुद को शांत और खुश रखने के लिए तनुजा ने वेस्टर्न डांस की प्रैक्टिस भी शुरू कर दी थी। तैयारी के बारे में बताते हुए वह कहती हैं कि उन्होंने जेईई मेन के साथ ही JEE एडवांस की तैयारी भी की और दोनों एग्जाम के लिए समय को बांट दिया था।
टॉप पर जाना है तो अपने नोट्स खुद बनाना पड़ेंगे
तनुजा ने अपना फोकस सैंपल पेपर्स पर शिफ्ट करते हुए ज्यादा से ज्यादा पेपर सॉल्व किए। सैंपल पेपर सॉल्व करने से वह मोटिवेट तो हुईं ही, साथ ही परीक्षा के दौरान वह पहले से ज्यादा कॉन्फिडेंट भी रहीं। उन्होंने यह भी बताया कि परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए खुद के बनाए गए नोट्स ज्यादा मददगार साबित होते हैं, क्योंकि यह परीक्षा से कुछ दिन पहले आप की काफी मदद करते हैं।
JEE Main के पेपर में किस तरह के प्रश्न आते हैं, तैयारी कैसे करें
JEE एडवांस के बारे में वह कहती हैं कि यह समय के साथ ही नॉलेज की भी परीक्षा है। एडवांस की तुलना में JEE मेन ज्यादा आसान है, क्योंकि यहां क्वेश्चन सॉल्व करने के लिए ज्यादा समय मिलता है। ऐसे में मुझे डर है कि मैं एडवांस परीक्षा पूरी कर पाऊं या नहीं। हालांकि, परीक्षा के दौरान मेरा लक्ष्य यही है कि अटेंप्ट किए गए मेरे सवाल मेरे खुद के बनाए हों। उन्होंने बताया कि वह आमतौर पर परीक्षा में सबसे पहले फिजिक्स, फिर केमिस्ट्री और फिर मैथ्स सॉल्व करती हैं, क्योंकि कभी-कभी पेपर लंबा होने के कारण टाइम कम पड़ जाता है।