भोपाल। बंगाल की खाड़ी यानी बंगाली समुद्र से पानी भरकर बादलों का एक दल ओडिशा के रास्ते मध्य प्रदेश की तरफ आने की संभावना है। (बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है) वैज्ञानिकों का अनुमान है कि हवाओं ने प्रभावित नहीं किया तो 21 या 22 सितंबर को मध्यप्रदेश के आसमान पर बंगाल से आए बादल छा जायेंगे। लगभग 25 सितंबर तक लगातार बारिश होगी।
फिलहाल मध्य प्रदेश के 9 जिलों में बारिश वाले बादलों का घेरा
सरकारी मौसम विभाग (Weather Department) के मुताबिक मध्य प्रदेश के दक्षिण पश्चिमी भागों में बारिश की गतिविधियां 24 घंटों के बाद कम होने लगेंगी और अगले तीन-चार दिनों तक जहां पूर्वी तथा मध्य भागों में कई जगहों पर अच्छी वर्षा होती रहेगी वहीं पश्चिमी क्षेत्रों में गुना से लेकर इंदौर, उज्जैन, रतलाम, देवास, धार, मंदसौर तक मौसम मुख्यत: शुष्क रहने की संभावना है। बारिश के आगामी स्पैल के दौरान सबसे ज़्यादा प्रभावित होने वाले जिले होंगे पूर्वी मध्य प्रदेश के जबलपुर, मंडला, बालाघाट, कटनी, सागर, सतना, पन्ना, छतरपुर, खजुराहो और भोपाल।
इन संभागों में हल्की फुल्की बारिश: रीवा, जबलपुर, शहडोल, भोपाल, उज्जैन, इंदौर, होशंगबाद,सागर, ग्वालियर और चंबल संभागों के जिलों में कही कही।
इन जिलों में वज्रपात की संभावना: सागर, रीवा, जबलपुर, सतना, उमरिया जिलों में।