भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सेकंड स्टॉप के पास टेंट हाउस का काम करने वाले तीर्थ स्वरूप ने सोमवार को ट्रैफिक थाने पहुंचकर 17 हजार रुपए का समन शुल्क जमा किया। उनकी बाइक का बीते 4 साल में 68 बार चालान बना था।
दरअसल, यह बाइक उनके टेंट हाउस में काम करने वाले कर्मचारी बगैर हेलमेट शहर की सड़कों पर दौड़ा रहे थे। सोमवार को तीर्थ अकेले ऐसे नहीं थे, जो अपने वाहन का चालान जमा कर रहे हों। यह पहला मौका था जब सुबह 9:30 से रात 8:45 बजे के बीच महज 10 घंटे के भीतर ही ट्रैफिक थाने में 126 चालान जमा किए गए। इस दौरान 33,500 रुपए का समन शुल्क जमा हुआ। कोई 5 तो कोई 15 चालान की राशि जमा करवा रहा था।
जनवरी 2020 से जुलाई 2020 के बीच उनकी बाइक एमपी 04 क्यूए 9970 ने 25 बार ट्रैफिक नियम तोड़े थे। ये ई-चालान आईटीएमएस व सिटी सर्विलांस सिस्टम के तहत बनाए जा रहे हैं। बहुत से प्रभावशील लोग किसी परिचित अफसर के माध्यम से अपने चालान को माफ करवा लेते थे। अब ऐसा संभव नहीं होगा। यदि चालान भरे बगैर उसी वाहन ने दोबारा नियम तोड़ा है तो ये चालान पहले वाले में जुड़ जाएगा। यही वजह है कि लोगों के 25-25 चालान लंबित शो कर रहे हैं।