भोपाल। भोपाल के मिसरोद इलाके में कक्षा 7वीं कक्षा के 12 वर्षीय एक छात्र ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। घटना के वक्त उसकी ममेरी बहनें बाहर गई थीं। लौटकर आने पर वह उन्हें फंदे पर मिला। यह देख दोनों इतना घबरा गईं कि कुछ बोल भी नहीं पा रही हैं। सुसाइड नोट नहीं मिलने के कारण खुदकुशी के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
मिसरोद पुलिस के अनुसार मूलत: पन्ना की रहने वाली 27 वर्षीय अंबर अहिरवार पिता फूलचंद अहिरवार होशंगाबाद रोड स्थित सौम्या हेरिटेज अपनी छोटी बहन ज्वाला के साथ रहती है। उन्होंने बताया कि उनका 12 साल का ममेरा भाई अभिषेक अहिरवार भी साथ में रह रहा था। वह भी पन्ना का रहने वाला था। अंबर ने बताया कि शनिवार सुबह उसकी ज्वाला का कॉलेज का एग्जाम था। वह उसे सुबह करीब 8.45 बजे गांधीनगर लेकर गई थी। दोपहर करीब 1.30 बजे बहन को परीक्षा दिलाकर घर पहुंचीं। ताला खोलकर अंदर पहुंचने पर अभिषेक पंखे से लगे फांसी के फंदे पर लटका था। उसने दुपट्टे से फांसी का फंदा बनाया था। घटना के बाद अंबर ने खुद इसकी सूचना पुलिस को दी।
अंबर ने पुलिस को बताया कि ज्वाला की किडनी का ऑपरेशन हुआ है। उसी के इलाज के लिए वे यहां पर रहे हैं। उसकी कालेज की पढ़ाई पूरी हो चुकी है। उनके यहां रहने के कारण मामा ने अभिषेक को यहां भेज दिया था। उन्हें भी कुछ समझ नहीं आ रहा। पुलिस के अनुसार अभिषेक घर पर अकेला था। घटना स्थल के पास एक कुर्सी और कूलर रखा मिला है। संभावना है कि वह कुर्सी पर चढ़कर कूलर पर चढ़ा होगा। इसके बाद दुपट्टे का फंदा बनाकर उसने पंखे से लटका दिया होगा। इसके बाद उसने फांसी लगा ली होगी।
टीआई निरंजन शर्मा ने बताया कि दोनों लड़कियां बहुत डरी हुई हैं। वह किसी तरह की बात करने की स्थिति में नहीं हैं। वे बोल भी नहीं पा रही हैं। ऐसे में अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि आखिर अभिषेक ने यह कदम क्यों उठाया? घटना के वक्त वह घर पर अकेला था और अंबर बाहर से ताला लगाकर गई थी। परिजनों को घटना की सूचना दे दी है। रविवार को उनके आने के बाद ही कुछ पता चल पाएगा।
अंबर ने पुलिस को बताया कि अभिषेक करीब 3 महीने पहले ही ममेरी बहनों के साथ रहने आया था। इस साल कक्षा 6वीं की परीक्षा पास करने के बाद 7वीं में आया है। वह भोपाल के नवोदय स्कूल में प्रवेश के लिए तैयारी कर रहा था।