भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बार-बार बयान दे रहे हैं कि मध्य प्रदेश में डिमांड से दोगुनी ऑक्सीजन मौजूद है परंतु शासन स्तर पर औद्योगिक क्षेत्र में सप्लाई की जाने वाली ऑक्सीजन बंद कर दी गई है। लगातार 15 दिन ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण गुस्साए उद्योगपति अपने मजदूरों के साथ गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र के मेन गेट पर आ गए और भोपाल रायसेन रोड का चक्का जाम कर दिया।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ऑक्सीजन न मिलने की स्थिति में यहां के फेब्रिकेशन और फार्मा के आधे से अधिक उद्योगों में काम ठप पड़ा हुआ है। इसे लेकर उद्योगपतियों की मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा व विश्वास सारंग से गुहार भी बेनतीजा ही निकली। उद्योगपतियों का कहना है कि जरूरत की 10 फीसद ऑक्सीजन ही मिल जाए तो काम शुरू कर दिया जाए, लेकिन यह भी उपलब्ध नहीं हो पाने से उनका सब्र का बांध टूट गया और वे सड़क पर उतर आए। दोपहर 12.30 बजे वे मजदूरों के साथ चक्काजाम करने लगे। इस दौरान किसी को निकलने नहीं दिया जा रहा है।
बता दें कि गोविंदपुरा में करीब 1100 लघु उद्योग संचालित हैं। उत्पादन प्रभावित होने से प्रतिदिन करीब 100 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। उद्योगपतियों का कहना है कि वर्तमान में प्रदेश में मेडिकल इमरजेंसी है और उसके लिए ऑक्सीजन जरूरी भी है, लेकिन कुछ औद्योगिक इकाईयां ऐसी हैं, जो ऑक्सीजन के बिना नहीं चल सकती। इसलिए 10 फीसद गैस ही उपलब्ध करा दी जाए तो इकाईयों में काम चलता रहेगा।
ऑक्सीजन नहीं मिली तो 2 दिन बाद बड़ा प्रदर्शन होगा
चक्काजाम कर रहे उद्योगपति और मजदूरों ने जिला प्रशासन के विरोध में नारे लगाए। दोपहर 1 बजे पुलिस पहुंची, लेकिन प्रदर्शन जारी रहा। पुलिस निरीक्षक आलोक श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे और चक्काजाम कर रहे लोगों को समझाइश देकर हटाया। इसके बाद भी नारेबाजी जारी रही। उनका कहना था कि समस्या का तुरंत हल किया जाए। ताकि उद्योग चलाए जा सके। उद्योगपति अमरजीत सिंह ने बताया कि ऑक्सीजन के लिए मांग की जा रही है। अभी सांकेतिक प्रदर्शन किया है। दो दिन बाद बड़े स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा।