BHOPAL में कोरोना के लिए बेड की कमी नहीं, कलेक्टर का दावा लेकिन यह नहीं बताया कि... - MP NEWS

Bhopal Samachar
भोपाल।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया का एक ऐसा बयान जारी हुआ है जो सत्तारूढ़ दल के विधायक द्वारा जारी किए जाने वाले बयानों के समकक्ष प्रतीत होता है। कलेक्टर श्री लवानिया ने दावा किया है कि भोपाल शहर में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों के लिए अस्पतालों में बैठ की कमी नहीं है लेकिन यह नहीं बताया कि इमरजेंसी में यदि कोई अस्पताल कोरोनावायरस से संक्रमित मरीज को भर्ती करने से मना कर दे तो किस हेल्पलाइन नंबर पर मदद मांगे कि किसी भी अस्पताल में ICU बेड मिल जाए।

भोपाल में कोरोनावायरस संक्रमित मरीजों के लिए अस्पतालों में बेड की स्थिति पर कलेक्टर का बयान

कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बताया कि भोपाल में किसी प्रकार की बेड की कोई कमी नहीं है। सभी हॉस्पिटलों में बेड उपलब्ध हैं। विशेषकर प्राइवेट हॉस्पिटल इन को चिन्हित किया गया था। आयुष्मान कार्ड धारियों के लिए 300 बेड अतिरिक्त रूप से उपलब्ध करा दिए गए हैं। इसके साथ ही निजी अस्पतालों जो कोराना संक्रमित मरीजों का इलाज करने के इच्छुक हैं वे भी इस काम को शुरू कर सकते हैं। आने वाले समय में कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं कि 500 से अधिक अतिरिक्त बेड की उपलब्धता सुनिश्चित हो, आगामी एक माह की रणनीति बनाई जा रही है। टेली कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आइसोलेटेड मरीजों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए दो शिफ्ट में पांच से सात डॉक्टर लगातार इन मरीजों से प्रतिदिन बात करते हैं, उनके हालचाल जानते हैं, उनके साथ ही इनको समय पर उपचार संबंधी जानकारी भी उपलब्ध कराते हैं। 

कलेक्टर ने कंट्रोल रूम का हेल्पलाइन नंबर जारी नहीं किया 

भोपाल शहर में केवल आसपास के ही नहीं बल्कि दूर-दूर के कोरोनावायरस संक्रमित मरीज इलाज कराने के लिए आ रहे हैं। इनमें से कई वीआईपी होते हैं तो कई वीआईपी के रिश्तेदार। किसी भी समय आप ऐम्स, चिरायु, हमीदिया सहित किसी भी अस्पताल में आम नागरिक की तरह निवेदन करके देखें। आपको कहीं पर मरीज को भर्ती करने की सुविधा नहीं मिलेगी। प्राइवेट अस्पतालों को यदि आप मनचाही फीस देने का आश्वासन देते हैं तो अस्पताल की तरफ से कुछ देर इंतजार करने के लिए कहा जाता है। फिर आईसीयू से किसी एक मरीज को बाहर निकाला जाता है और नए मरीज को भर्ती किया जाता है। कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया का बयान काफी पॉजिटिव साउंड कर रहा है परंतु सिर्फ एक कमी है। उन्होंने कंट्रोल रूम का हेल्पलाइन नंबर जारी नहीं किया। उन्होंने नहीं बताया कि यदि संक्रमित व्यक्ति की तबीयत खराब होती है तो किस नंबर पर फोन लगाकर पता करें कि शहर के किसी अस्पताल में बिस्तर खाली है या नहीं।

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