भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी स्थित भोपाल जंक्शन में वीआईपी गेस्ट हाउस में इंटरव्यू के बहाने बुलाई गई उत्तर प्रदेश की लड़की से गैंगरेप के मामले में रेलवे ने विभागीय जांच में दोनों अधिकारियों राजेश तिवारी और आलोक मालवीय (दोनों रेल पर्यवेक्षक) की सेवाएं समाप्त कर दी है। इससे पहले दोनों को सस्पेंड किया गया था।
मामला दर्ज होने के बाद सस्पेंड किए गए थे
जीआरपी भोपाल में दोनों के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद रेलवे ने उन्हें तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया था। इसके बाद एक जांच टीम बनाई गई। टीम ने इस मामले में सबसे पहले रेस्ट हाउस के कस्टोडियन (अभिरक्षक) सीनियर सेक्शन इंजीनियर (कार्य) अभिजीत साहा को भी सस्पेंड कर दिया था। अभिजीत ने पात्र नहीं होने के बाद भी राजेश और आलोक को गेस्ट हाउस में वीआईपी कमरा दे दिया था।
इंटरव्यू के नाम पर बुलाया था, दवा बनाकर लड़की को शराब पिलाई
आरोपियों को घटना के बाद भोपाल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 6 से गिरफ्तार किया था। पूछताछ में उन्होंने बताया कि पीड़िता को उन्होंने ही भोपाल बुलाया था। 26 सितंबर की सुबह उसके पहुंचने के बाद राजेश खुद उसे वीआईपी गेस्ट रूम में ले गया था। युवती के लिए नाश्ते का ऑर्डर देने के बाद वह उसका इंटरव्यू कराने के नाम पर वहां से चला गया। बाद में वह आलोक मालवीय को अपने साथ ले आया। यहां पर बैठकर दोनों ने शराब पी और युवती को जबरन शराब पिलाई थी। पूछताछ में आरोपियों ने दुष्कर्म करने की बात कबूली ली थी।