माननीय मुख्यमंत्री जी, मध्यप्रदेश शासन भोपाल। कोरोना महामारी के दौर में आम लोगों एवं सरकार के सामने बहुत बड़ी चुनौती है इनमें से एक रोजगार की भी है लेकिन सरकार पूरे जोर-शोर से इस महामारी से निपटने के लिए अपने संसाधन लगा रही हैं साथ ही साथ मानव संसाधन की भर्ती कर रही है।
कई महाविद्यालयों में कोविड-19 के लिए अस्थाई स्टाफ रखे जा रहे हैं अभी हाल ही में मध्य प्रदेश नेशनल हेल्थ मिशन ने 3800 कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर पद पर भर्ती निकाली है जिनका वेतन ₹25000 प्रतिमाह है इसी दौरान गांधी चिकित्सा महाविद्यालय भोपाल में कोविड-19 महामारी के लिए अस्थाई पदों पर भर्ती निकाली गई है जिनमें अन्य स्वास्थ्य कर्मी का मानदेय ₹10500 से घटाकर ₹7950 कर दिया गया है।
यहां मेरा मुख्यमंत्री से अनुरोध है कि इस तरह की घटनाओं का संज्ञान लिया जाए। आपकी सरकार मध्य प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए चिंतित हैं और हर कदम पर उसके साथ हैं। इसीलिए कोविड-19 की महामारी से लड़ने के लिए सरकार द्वारा स्थाई एवं अस्थाई पदों पर कोरोना योद्धाओं की भर्ती की जा रही है। पर कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर का वेतन 25000 और अन्य स्वास्थ्य कर्मी का वेतन 7950 यह एक दुखद घटनाक्रम है। क्योंकि कोरोना योद्धाओं को एक सम्मानित मानदेय मिलना चाहिए भले ही वह पद अस्थाई क्यों ना हो।
अतः मेरा मुख्यमंत्री एवं संबंधित अधिकारियों से अनुरोध है कि इस तरह के पदों पर भर्ती निकालने के दौरान उनके मानदेय पर विचार किया जाए और एक उचित एवं गरिमा पूर्ण मानदेय प्रदान किया जाए। रानू पाठक