भोपाल। कोरोना महामारी के बीच चुनाव अपने आप में एक चुनौती है। भारत निर्वाचन आयोग ना तो कोई सरकारी विभाग है और ना ही कोई पॉलिटिकल पार्टी जो कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर सके इसलिए कुछ नए रास्ते खोजे जा रहे हैं। 45 देशों के चुनाव आयोग (जिन्हें इलेक्शन मैनेजमेंट बॉडी कहते हैं) के वेबीनार में निष्कर्ष निकल कर आया है कि बुजुर्ग, बीमार एवं विकलांगों को वोट डालने के लिए मतदान केंद्र पर नहीं बुलाया जाएगा बल्कि चुनाव कर्मचारियों की एक टीम पुलिस बल की सुरक्षा में घर-घर जाकर वोट कलेक्ट करेगी।
कोरोना काल में चुनाव की समस्याओं एवं चुनौतियों तथा प्रोटोकॉल के विषय पर वेबीनार
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा एसोसिएशन ऑफ वर्ल्ड इलेक्शन बॉडीज (ए-वेब) के अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया जिसका शुभारंभ मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री सुनील अरोरा द्वारा सोमवार को किया गया। वेबिनार कोविड-19 के दौरान चुनाव कराए जाने में उत्पन्न समस्याओं एवं चुनौतियों तथा प्रोटोकॉल के विषय पर आयोजित हुआ। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आयोजित यह प्रथम वेबिनार है जिसमें 45 देशों के 120 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
महामारी के बीच चुनाव में बुजुर्ग, बीमार और विकलांग कैसे वोट करेंगे
मध्य प्रदेश शासन के जनसंपर्क संचालनालय द्वारा प्रेस को बताया गया कि वेबिनार में कोविड-19 के दौरान लोकतांत्रिक देशों द्वारा चुनाव कराने में समस्याओं एवं चुनौतियों पर विस्तृत चर्चा की गई तथा इसका सर्वमान्य एवं सुरक्षित समाधान निकालने पर विचार-विमर्श किया गया। वेबिनार में बताया गया कि 80 वर्ष से अधिक के वोटर, कोविड-19 के पेशेंट एवं सस्पेक्ट को तथा पर्सन विद डिसेबिलिटीज (पीडब्ल्यूडी) को वोट देने के लिए पोस्टल बैलट की सुविधा दी गई है जिसमें वोटर को पोलिंग बूथ पर न जाकर घर से ही वोट देना है। इसके तहत पोलिंग ऑफीसर की एक टीम जिसमें पुलिस और वीडियोग्राफर भी होंगे पोस्टल बैलट लेकर वोटर के घर जाएगी तथा उससे पोस्टल बैलट में वोट डलवाकर लिफाफे में बंद कराते हुए उसे सहायक रिटर्निंग आफिसर को मतदान के एक दिन पूर्व सौंपेगी।
दुनिया के कितने देशों में नए तरीके से मतदान होगा
ए-वेब वेबिनार में ऑस्ट्रेलिया, रसिया, अंगोला, बांग्लादेश, भूटान, ब्राजील, इंडोनेशिया, कोरिया, मालदीव, फिलिस्तीन, साउथ अफ्रीका, श्रीलंका सहित विभिन्न देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में ए-वेब में विश्व के 115 इलेक्शन मैनेजमेंट बॉडीज और 16 रीजनल एसोसिएशन सदस्य के रूप में शामिल हैं। भारत निर्वाचन आयोग ए-वेब से वर्ष 2011-12 से लगातार जुड़ा हुआ है। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा ए-वेब की चौथी असेंबली की अध्यक्षता 3 सितंबर 2019 को बेंगलुरु में की गई थी। भारत निर्वाचन आयोग को वर्ष 2019 से 2021 तक के लिए ए-वेब का अध्यक्ष बनाया गया है।
भोपाल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती वीरा राणा, अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री अरुण कुमार तोमर, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री धरणेन्द्र कुमार जैन, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री प्रमोद शुक्ला सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।