ग्वालियर। मध्यप्रदेश विधानसभा की 28 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को कमलनाथ ने व्यक्तिगत प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है। ग्वालियर चंबल संभाग में ज्योतिरादित्य सिंधिया को धूल चटाने के लिए कमलनाथ हर संभव रणनीति पर काम कर रहे हैं। जाति विशेष के वोट साधने के लिए सचिन पायलट को निमंत्रित कर लिया गया है। अब खुले मैदान में ज्योतिरादित्य सिंधिया का सूपड़ा साफ करने के लिए प्रियंका गांधी का कार्यक्रम तय किया गया है।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि प्रियंका गांधी ग्वालियर-चंबल की 6 सीटों पर रोड शो करेंगी। प्रियंका गांधी राजस्थान से सड़क मार्ग से मुरैना में जाएंगी, जिसके बाद ग्वालियर और डबरा होते हुए दतिया पहुंचेंगी। जहां प्रियंका गांधी मां पीताम्बरा के दर्शन करेंगी। प्रियंका गांधी का रोड शो ग्वालियर चंबल संभाग की 6 विधानसभा सीटों पर होगा और इसका असर कम से कम 14 विधानसभा सीटों पर दिखाई देगा।
भाजपा में मामा और महाराज दोनों उलझ गए
इधर कमलनाथ किसी भी प्रकार का हमला करने में कोई चूक नहीं कर रहे हैं और उधर भारतीय जनता पार्टी के अंदर मामा और महाराज दोनों उलझ गए हैं। आधे से ज्यादा भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान को फिर से मुख्यमंत्री पद पर नहीं देखना चाहते थे। स्वभाविक है उपचुनाव में वह किसी भी स्थिति में सक्रिय नहीं होंगे। और ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने आप में एक बड़ा विवाद बनकर भाजपा में शामिल हुए हैं। सिंधिया के प्रभाव वाले इलाकों में भाजपा संगठन स्पष्ट रूप से दो हिस्सों में बटा हुआ दिखाई देता है। एक जो ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए और दूसरे जिन्होंने अपने जीवन के कई महत्वपूर्ण साल संगठन को दिए। यदि महाराज की प्रचंड जीत हुई तो संगठन के लिए काम करने वालों को वीआरएस लेना पड़ेगा और राजनीति में नेता कितना भी छोटा क्यों ना हो वीआरएस (अनिवार्य सेवानिवृत्ति) के लिए काम नहीं करता।