ग्वालियर। प्रॉपर्टी ब्रोकर महेश चंद जैन और चंद्र मोहन शर्मा के बीच का विवाद अब मीडिया ट्रायल का हिस्सा बन गया है। महेश चंद जैन ने एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित करके चंद्र मोहन शर्मा और उनकी बेटी रश्मि शर्मा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इससे पहले रश्मि शर्मा ने इंदरगंज पुलिस थाने में महेश चंद्र जैन के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करा दिया था। महेश चंद जैन का कहना है कि उन्होंने शर्मा परिवार के खिलाफ चेक बाउंस का केस फाइल किया है जिसमें राजीनामे के लिए उनके खिलाफ झूठा प्रकरण दर्ज कराया गया है।
महेश चंद जैन ने ब्याज के लालच में 3 किलो सोना दे दिया
पत्रकारवार्ता में महेशचंद जैन ने बताया कि शिंदे की छावनी निवासी चंद्रमोहन शर्मा और उनकी पुत्री रश्मि शर्मा उनके पुराने परिचित हैं। चंद्रमोहन ने उनके घर पर बेटी के साथ आकर कहा कि रश्मि मणप्पुरम गोल्ड कपनी की एजेंट हैं और उनके घर के जेवर और सोना गिरवी रखवा देगी। जिसके बदले में उन्हें एक फीसदी ब्याज मिलेगा। इस तरह लालच देकर उनसे 3 किलो से अधिक सोना ले गए। जिसकी कीमत करीब एक करोड़ 30 लाख रुपये है। जब उन्होंने जरूरत पर सोना वापस मांगा तब रश्मि बहाने बाजी करने लगी।
रश्मि शर्मा पर आरोप: चेक बाउंस के मामले में राजीनामे के लिए झूठा मामला दर्ज कराया
इस पर उन्होंने मणप्पुरम गोल्ड कम्पनी में जाकर पता किया तब सारी धोखधड़ी सामने आई। रश्मि ने उनका सोना वहां से हटाकर दूसरी जगह गिरवी रखकर लोन ले लिया था। जब उन्होंने दबाब बनाया तो उसने चैक दे दिए, जो बाउंस हो गए। इसके बाद उन्होंने न्यायलय में चैक बाउंस का मामला लगा दिया। जिसमे राजीनामे का दबाब बनाने के लिए रश्मि ने इंदरगंज थाने में उनके खिलाफ प्लाट के नाम पर 10 लाख की धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवा दिया।
जिस प्लाट को वन विभाग की भूमि बताकर पुलिस को झूठी शिकायत की गई है वह भूमि वन विभाग की है ही नही। साथ ही जो 10 लाख का लेनदेन चेक से किया जाना बताया गया है वह रकम उनके द्वारा चेक के माध्यम से ही रश्मि और चंद्रमोहन शर्मा को लौटा दी गई है।