नई दिल्ली। भारतीय रेलवे दाम बढ़ाने के मामले में कभी कोई चूक नहीं करता। दक्षिण पश्चिम रेलवे नहीं प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत में भारी इजाफा किया है। ₹10 वाला प्लेटफार्म टिकट ₹50 में दिया जा रहा है। भीड़ कम करने के बहाने पैसा कमाने के नए-नए तरीके निकाले जा रहे हैं। इससे पहले सामान्य ट्रेनों को स्पेशल बनाकर चलाया गया और दोगुना किराया वसूला गया जबकि महामारी के समय मजदूरों का किराया माफ कर देना चाहिए था।
एक विज्ञप्ति में दक्षिण पश्चिम रेलवे ने कहा है कि प्लेटफार्म टिकटों की कीमत में अस्थायी वृद्धि की गई है। नई दर क्रांतिवीरा सांगोली रायान्ना सिटी रेलवे स्टेशन, बेंगलुरु छावनी और यशवंतपुर रेलवे स्टेशनों पर लागू होगी। 12 सितंबर से बेंगलुरु डिवीजन से सात जोड़ी ट्रेन सेवाएं शुरू की जाएंगी। यह पहले से जारी विशेष ट्रेन सेवाओं के अतिरिक्त होंगी। दक्षिण पश्चिम रेलवे का मानना है कि प्लेटफार्मो पर भीड़ रोकने के लिए आगंतुकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाना जरूरी है। यह कोविड-19 के फैलने पर रोक लगाने में भी मददगार होगा।
पूणे में प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत 50 रुपये
रेलवे प्लेटफॉर्म टिकट की दरों को कोरोना वायरस महामारी के शुरुआती दिनों से ही नियंत्रित करता आया है। इससे पहले पुणे रेलवे डिवीजन ने कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत को बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया था। इस संदर्भ में रेलवे प्रवक्ता ने सफाई देते हुए कहा कि पुणे जंक्शन द्वारा प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत 50 रुपये रखने का उद्देश्य अनावश्यक रूप से स्टेशन पर आने वाले लोगों पर रोक लगाना है। इससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा सकेगा।
स्टेशन जाने से पहले जान लें ये नियम
प्लेटफॉर्म टिकट से आप दो घंटे तक प्लेटफॉर्म पर रह सकते हैं अर्थात आपको दो घंटे तक अपने परिजनों को प्लेटफॉर्म तक छोड़ने या उन्हें वहां से लेने की अनुमति मिलती है। इसे आप ऑनलाइन यूटीएस एप के जरिए ही खरीद सकते हैं। आईआरसीटीसी की वेबसाइट से आपको प्लेटफॉर्म टिकट नहीं मिलती। हालांकि इसके इस्तेमाल के लिए आपको गार्ड सर्टिफिकेट की भी जरूरत होगी, जो आपको गार्ड द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा।