कोरोना संक्रमण के इस दौर में सेहतमंद रहने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए पौष्टिक आहार का सेवन जरूरी है। गेहूं, मक्का, चावल आदि में तो पौष्टिक गुण होते ही हैं, पर मिलेट्स (ऐसे अनाज जिनका दाना छोटा और गोल हो जैसे ज्वार, बाजरा, राजगिरा, रागी, मोरधन आदि) में और भी ज्यादा पोषक तत्व होते हैं। इनमें कैल्शियम, प्रोटीन, फाइबर, एंटी ऑक्सीडेंट, सूक्ष्म पोषक तत्व अतिरिक्त मात्रा में होते हैं। हड्डियों की मजबूती और सुरक्षा के लिए कैल्शियम जरूरी है और कैल्शियम का यह बेहतरीन स्रोत है।
गाय के 100 ग्राम दूध में 120 मिलीग्राम, 100 ग्राम बादाम में 234 मिलीग्राम और 100 ग्राम रागी में 344 मिलीग्राम कैल्शियम होता है। इन मिलेट्स में लो ग्लायसेमिक इंडेक्स होता है, जो रक्त में शर्करा की मात्रा को भी संतुलित रखता है। इसलिए जिन्हें मधुमेह है, वे भी इसे खा सकते हैं। इसमें घुलनशील रेशे अधिक होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं। अच्छे कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) को बढ़ाता है। यह वजन घटाने में भी सहायक है।
इनमें मौजूद फास्फोरस, मैग्नेशियम, जिंक व एंटी ऑक्सीडेंट तत्व त्वचा की देखभाल करते हैं। हर व्यक्ति को सप्ताह में 3 से 4 बार मिलेट्स का सेवन करना चाहिए। मिलेट्स का इस्तेमाल रोटी, खिचड़ी, उपमा, लड्डू, इडली, डोसा, उत्तपम आदि रूप में कर सकते हैं। लेखक शिखा जैन, इंदौर में आहार एवं पोषण विशेषज्ञ है।