इंदौर। भंवरकुआ थाना क्षेत्र में रहने वाली सात साल की बच्ची का उसके ही रिश्ते के चाचा ने अपहरण कर लिया। बुधवार देर शाम उसे रिंग रोड स्थित खंडहर में ले गया और जमीन पर पटक दिया, जिससे उसके सिर पर गंभीर चोट आई। आरोपी बच्ची को वहीं छोड़कर अपने घर आ गया था। पुलिस उसे खोजकर रात में अस्पताल लेकर पहुंची, जहां इलाज के दौरान बच्ची की मौत हो गई। घटना से गुस्साए लोगों ने गुरुवार सुबह थाने का घेराव कर दिया और थाने में बंद आरोपी को उन्हें सौंपने या फांसी देने की मांग की।
एसपी महेश चंद्र जैन के मुताबिक, बच्ची बुधवार शाम साढ़े 7 बजे से गायब थी। कुछ देर बाद माता-पिता ने बच्ची की खोजबीन शुरू की। आसपास तलाशने पर जब नहीं मिली तो पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने घर के आसपास लगे कैमरों के फुटेज देखे तो मोहल्ले का ही एक युवक बच्ची को ले जाते दिखा। जब लोग आरोपी के घर पहुंचे तो वह घर पर आराम से बैठा मिला। आरोपी युवक बच्ची के पिता के मामा का लड़का है।
पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो वो इंकार करता रहा। थाने ले जाने के बाद भी उसने कोई जानकारी नहीं दी। इधर, फुटेज के आधार पर ही टीआई इंद्रेश त्रिपाठी ने पुलिसबल और रहवासियों के साथ बच्ची की खोज शुरू की। पिपल्याहाना क्षेत्र के खेतों में बने एक खंडहर में रात साढ़े 9 बजे के करीब बच्ची गंभीर स्थिति में मिली।
एसपी के अनुसार, शुरुआती तौर पर अभी यौन शोषण का मामला नहीं है, लेकिन इससे इनकार नहीं किया जा सकता। टीआई इंद्रेश त्रिपाठी के अनुसार, आरोपी पर अपहरण, हत्या, छेड़छाड़ और पाक्सो में केस दर्ज किया गया है। बच्ची की माता-पिता प्राइवेट नौकरी करते हैं। आरोपी युवक ट्रांसपोर्ट पर हम्माली करता है।
सीएसपी दिशेष अग्रवाल के अनुसार, बच्ची को तलाशते हुए टीआई जब खंडहर में पहुंचे तो वह जमीन पर पड़ी थी। वे खुद उसे गोद में उठाकर एप्पल अस्पताल लाए। संभवत: आरोपी ने उसे जमीन पर पटका था, जिससे उसका सिर फट गया। आशंका है कि आरोपी बच्ची का अपहरण के बाद गलत हरकत करना चाहता था। अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। बच्ची की मौत की सूचना लगते ही गुरुवार सुबह बड़ी संख्या में समाज के लोग थाने का घेराव करने पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि या तो थाने में बंद आरोपी को हमें सौंप दो या फिर उसे फांसी पर लटका दो। काफी देर हंगामे के बाद पुलिस ने उन्हें समझाइश दी।