जबलपुर। मध्य प्रदेश के शहपुरा थानांतर्गत ग्राम बिलपठार में गुरुवार तड़के चार बजे घर में सो रही 2 साल की मासूम अचानक गायब हो गई। बिलपठार निवासी रूपलाल चौधरी और लक्ष्मी बाई की 2 साल की बेटी हिमांशी माता पिता के बीच में सो रही थी।
माँ लक्ष्मी बाई ने बताया कि देर रात उसकी नजर हिमांशी पर पड़ी थी तो वह गहरी नींद में थी, लेकिन सुबह चार बजे नींद खुली तो हिमांशी बिस्तर पर नहीं मिली। उसे घर में हर जगह तलाश करने के बाद पूरे गाँव में खोजबीन शुरू की लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चला। मासूम के अपहरण की खबर से सुबह होते तक पूरे गाँव में कोहराम मच गया और हर कोई बच्ची की तलाश में जुट गए लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। परिजनों ने सुबह ही थाने पहुँचकर पुलिस को सूचना दी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी सुबह से ही सक्रिय हो गए और डॉग स्क्वॉड की मदद से रेलवे ट्रैक, नर्मदा पुल, सूनसान इलाकों में खोजबीन कराई। मासूम की शाम तक खोजखबर न मिलने पर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने मामले की जाँच के लिए एएसपी क्राइम और एएसपी ग्रामीण के नेतृत्व में दो टीम गठित कर दी है, साथ ही अज्ञात आरोपी पर 10 हजार का ईनाम घाषित किया गया है। जानकारी के अनुसार रूपलाल बुधवार को पत्नी और बच्ची हिमांशी को लेकर अपनी माँ से मिलने तिलहरी गया था। शाम को रूपलाल पत्नी व छोटी बेटी हिमांशी को साइकिल से वापस घर बिलपठार ले आया था।
रूपलाल चौधरी की गाँव में छोटी सी साइकिल पंक्चर बनाने की दुकान है। सभी उसकी आर्थिक स्थिति से वाकिफ हैं, ऐसे में फिरौती के लिए अपरहण की आशंका कम है। पुलिस का मानना है किसी करीबी के ही घटना में लिप्त होने की आशंका है। पुरानी रंजिश सहित अन्य एंगल से मामले की जाँच की जा रही है। जानकारी के अनुसार सुबह जाँच के दौरान पुलिस का डॉग रेलवे ट्रैक से होते हुए नर्मदा पुल के पास तक बार-बार भ्रमित हो रहा था। वहीं रेलवे ट्रैक पर पेट्रोलिंग करने वाले कर्मचारी ने बताया कि सुबह करीब 4 बजे उसे पुल के पास टॉर्च की रोशनी दिखाई दी थी।