जबलपुर। बीते 24 घंटे के दौरान मंडला और बरगी बांध के जलभराव क्षेत्र में बारिश होने से बरगी बांध का जलस्तर फिर बढ़ा, जिसे नियंत्रण में करने एक बार फिर 21 में से पांच गेट आधा मीटर की ऊंचाई तक खोल दिये गए। बांध का जलस्तर अधिकतम से नौ सेंटीमीटर तक ज्यादा होने से गुरुवार रात आठ बजे खोले गये जलद्वार के कारण नर्मदा नदी में एक बार फिर उफान आ गया है। इससे डूब प्रभावित क्षेत्र और नर्मदा के घाटों में जिला प्रशासन की मदद से चेतावनी जारी की गई है। यह चेतावनी जबलपुर, नरसिंहपुर और होशंगाबाद जिले के तटीय क्षेत्रों में जारी कर लोगों को आगाह किया गया है कि घाटों से दूर रहें।
रानी अवंतीबाई लोधी सागर परियोजना (बरगी बांध) के अधिकारियों के अनुसार गुरुवार को दोपहर दोपहर दो बजे बांध का जलस्तर अपने पूर्ण भराव 422.76 मीटर से चार सेंटीमीटर ज्यादा भर गया था। जो कि शाम पांच बजे तक नौ सेंटीमीटर ज्यादा हो गया जिसे देखते हुए बांध के गेट खोलने का निर्णय लिया गया। यह स्थिति बरगी बांध के कैचमेंट एरिया (जलभराव क्षेत्र) में 20 मिलीमीटर बारिश होने की वजह से पैदा हुई। वर्तमान में 10 से 12 घंटे के अंदर पांच सेंटीमीटर पानी का स्तर बढ़ रहा है।
बरगी बांध प्रशासन ने निर्णय लेते हुए बांध के पांच गेट खोले। जिससे 13 हजार 949 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इसी तरह बिजली संयत्र व नहर से छोड़े जा रहे पानी को मिलाकर बांध से कुल 24 हजार 438 क्यूसेक पानी प्रति सेकंड छोड़ा जा रहा है। वर्तमान में बांध के जलभराव क्षेत्र में 20 हजार 235 क्यूसेक पानी प्रतिसेकेंड प्रवेश कर रहा है। पानी छोड़े जाने के कारण जबलपुर के नर्मदा घाटों जिनमें ग्वारीघाट, तिलवारा घाट और भेड़ाघाट में भी जलस्तर एक बार फिर बढ़ गया है।