जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में CBI ने कोर्ट मुंशी को उस वक्त पकड़ा है। जब वह दस हजार रुपए की रिश्वत ले रहा था। कोर्ट मुंशी ने उक्त रिश्वत लीगल नोटिस का सेटलमेंट कराने के लिए ली थी। कोर्ट मोहर्रिर मोहित तिवारी के पकडऩे जाने से हड़कम्प मचा रहा।
सूत्रों के अनुसार केंट बोर्ड ने विशाल केशरवानी को गली नम्बर 19 में किए गए निर्माण को लेकर नोटिस जारी किया गया था। उक्त लीगल नोटिस का सेटलमेंट कराने के लिए कोर्ट मुंशी के पद पर पदस्थ मोहित तिवारी निवासी मोतीलाल नेहरु अस्पताल के समीप सदर ने विशाल केशरवानी से 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी, कुछ दिन तक तो विशाल मामले को टालता रहा, लेकिन मोहित ने दबाव बनाया तो विशाल ने सीबीआई एसपी को शिकायत की।
इसके बाद बीती शाम 6 बजे के लगभग विशाल दस हजार रुपए की पहली किश्त लेकर मोहित तिवारी के घर पहुंच गया, जैसे ही मोहित को रिश्वत दी तभी सीबीआई की टीम ने दबिश देकर रंगे हाथ पकड़ लिया, सीबीआई को पूछताछ के दौरान पता चला कि मोहित तिवारी दो वर्ष पहले भी भरती हुआ था।