जबलपुर। कोरोनावायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार ने जनता पर मनमाने प्रतिबंध लगाए और जनता ने मात्र 24 घंटे के अंदर सरकार की गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित किया परंतु मरीजों के इलाज के लिए सरकारी ढर्रा बिल्कुल वैसा ही चल रहा है जिसके लिए वह बदनाम है। जबलपुर में 30 बिस्तर का अस्पताल महामारी के पहले ही बनकर तैयार हो गया था परंतु आज दिनांक तक अस्पताल में एक भी मरीज को भर्ती नहीं किया गया। क्योंकि अस्पताल का लोकार्पण नहीं हुआ है।
पूर्व स्वास्थ्य राज्यमंत्री शरद जैन ने बताया कि माढ़ोताल में 30 बिस्तर का अस्पताल बनकर तैयार है। इसके बाद भी इसका उपयोग क्यों नहीं किया जा रहा है। पूर्व स्वास्थ्य राज्यमंत्री ने रविवार को जबलपुर कमिश्नर से चर्चा करते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में यह अस्पताल बनवाया गया था, लेकिन इसका उपयोग नहीं किया जा रहा है। जबकि कोरोनाकाल में अस्पतालों की जरूरत है। प्रशासन होटलों में कोरोना मरीजों को क्वारंटाइन कर रहा है जबकि यहां अस्पताल खाली पड़ा है। संभागायुक्त ने इस विषय पर शीघ्र अमल करने आश्वासन दिया है।
पूर्व स्वास्थ्य राज्यमंत्री से चर्चा के बाद संभागायुक्त महेशचंद्र चौधरी व सीएमएचओ डॉ. रत्नेश कुरारिया ने माढ़ोताल स्थित अस्पताल का निरीक्षण किया। इस मौके पर पवन तिवारी,शरद दीक्षित,विनीत सोनी, अतुल दाणी और राजेश ताम्रकार मौजूद रहे।