जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर्स ने मरीज के मृत होने पर परिजनों द्वारा ड्यूटी डॉक्टर के साथ मारपीट की घटना का विरोध कर 24 घंटे में कार्यवाही नहीं होने पर हड़ताल पर जाने की चेतावनी पुलिस व प्रशासन को दी है। वहीं घटना के समय कालेज में निजी कंपनी द्वारा दी जाने वाली सुरक्षा पर भी सवाल उठाए हैं।
डॉक्टर्स ने कहा ICU में हुई मारपीट की इस घटना के समय करीब 8 सुरक्षा कर्मी वहाँ मौजूद थे, लेकिन उन्होंने डॉक्टर को बचाने की कोशिश नहीं की। मेडिकल प्रबंधन द्वारा निजी सुरक्षा कंपनी को सालाना कई लाख रुपए का भुगतान किया जाता है, लेकिन जब डॉक्टर ही पिट रहे हों तो यह कर्मी किसकी सुरक्षा के लिए तैनात किए गए हैं।
जानकारी के अनुसार आईसीयू में भर्ती गीता गुप्ता नामक महिला मरीज की मंगलवार सुबह 3 बजे के लगभग मौत हुई। उस समय सेकेंड ईयर पीजी रेसिडेंट डॉक्टर अक्षय वर्मा ड्यूटी पर थे। अक्षय से मृत मरीज के बेटे व अन्य परिजनों ने मारपीट, गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी दी, इस समय सुरक्षा कर्मी मौजूद थे लेकिन वे चुपचाप खड़े रहे। घटना से नाराज जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने इस मामले की शिकायत गढ़ा थाने में करने के साथ ही 24 घंटे में आरोपियों पर कार्यवाही नहीं होने पर रुटीन ड्यूटी बंद करने तथा भविष्य में इमरजेंसी सेवाएँ भी नहीं देने की चेतावनी दी है।
इस मामले में प्रभारी अधीक्षक डॉ. अरविंद शर्मा ने बताया कि घटना के समय मूकदर्शक रहने वाले सुरक्षा कर्मियों पर कार्यवाही करने के लिए कंपनी के अधिकारियों को कहा गया है। इस मामले में चर्चा है कि कंपनी प्रबंधन द्वारा मामले को दबाने एक-दो सुरक्षा कर्मियों पर कार्यवाही की तैयारी की जा रही है। प्रबंधन से माँग की गई है कि घटना के समय की सीसीटीवी फुटेज में दिखने वाले सभी सुरक्षा कर्मियों पर कार्यवाही की जाए।