जबलपुर। कोरोनावायरस संक्रमण काल में जब लोग एक दूसरे की मदद कर रहे हैं भारतीय रेलवे ने मोटी कमाई का प्लान बनाया लेकिन उसका पूरा प्लान धरा का धरा रह गया। साधारण किराए वाली ट्रेनों को स्पेशल ट्रेन बताकर दोगुना किराया वसूलने की कोशिश की गई थी परंतु यात्रियों ने रेल यात्रा करना बंद कर दिया। अब हालत यह है कि रेलवे की स्पेशल ट्रेन अपना खर्चा तक नहीं निकाल पा रही है। यात्रियों को आकर्षित करने के लिए रेल अधिकारियों ने बड़े बजट के विज्ञापन अभियान की तैयारी शुरू कर दी है। ताकि लोगों को फिर से रेल यात्रा के लिए आकर्षित किया जा सके।
जबलपुर से ट्रेनें खाली जा रही है
रेलवे ने तकरीबन साढ़े पांच माह बाद जबलपुर से ट्रेन शुरू की। यात्रियों की सुविधा को देखते हुए जबलपुर से रीवा, सिंगरौली, भोपाल, दिल्ली के लिए ट्रेन शुरू की, लेकिन इन ट्रेनों को यात्री नहीं मिल रहे हैं। सबसे खराब हालात जबलपुर से रीवा, सिंगरौली और इंदौर ओवरनाइट ट्रेन के हैं। लॉकडाउन से पहले इन ट्रेनों में हाउसफुल जैसी स्थिति रहती थी। रिजर्वेशन तो सौभाग्यशाली लोगों को मिलता था। जितने यात्री बर्थ पर होते थे उतने ही वेटिंग वाले गलियों में खड़े होकर सफर करते थे। रेल अफसरों को लगा कि उनकी ट्रेन यात्रियों की सबसे बड़ी मजबूरी है परंतु यात्रियों ने दूसरे विकल्प खोज लिए।
यात्रियों को बुलाने के लिए क्या करेगा रेलवे
- ट्रेन का सोशल मीडिया, समाचार पत्र में जानकारी देगा।
- ट्रेन, रूट, समय और इससे जुड़े नियम बताएगा
- यात्री रेलवे हेल्पलाइन नंबर से भी जानकारी ले सकेंगे
- संबंधित रूट के यात्री को एसएमएस से जानकारी देगा
- ट्रेन रवाना होने से लेकर गंतव्य तक पहुंचने की जानकारी
- स्टेशन पर आने-जाने, सफर करने के नियम बताएगा।
किस ट्रेन को कितने यात्री मिल रहे
- जबलपुर-इंदौर ओवरनाइट को 30 से 40 फीसद यात्री
- इंदौर-जबलपुर ओवरनाइट को 20 से 30 फीसद यात्री
- मदनमहल-सिंगरौली ट्रेन को 10 से 15 फीसद यात्री
- जबलपुर-हबीबगंज जनशताब्दी को 80 फीसद यात्री
- जबलपुर-रीवा इंटरसिटी को 20 से 25 फीसद यात्री
- सिंगरौली-मदनमहल इंटरसिटी को 15 से 20 फीसद यात्री
यात्रियों की सुविधा के लिए ट्रेन चलाई गई है, लेकिन अभी उन्हें ट्रेन और इससे जुड़े नियमों की जानकारी नहीं है। रेलवे सोशल मीडिया से लेकर समाचार पत्र समेत अन्य संचार के माध्यम से उन तक यह जानकारी पहुंचाएगा, ताकि ट्रेन में ज्यादा से ज्यादा यात्री सफर कर सकें। -विश्वरंजन, सीनियर डीसीएम, जबलपुर रेल मंडल