इंदौर। राजनीति में नेता लोग अक्सर जनता को तरसते हैं जब चुनाव परिणाम आ जाते हैं लेकिन मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री पद के दावेदार प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के बाद कांग्रेस पार्टी के सबसे लोकप्रिय चेहरा जीतू पटवारी ने आचार संहिता लागू होते ही जनता को घोषणा शुरू कर दिया है। उन्होंने देश की बर्बादी के लिए जनता को जिम्मेदार बताया है जबकि कमलनाथ कहते हैं कि जनता समझदार है।
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने भी बुधवार को एक के बाद एक कई ट्वीट कर सरकार से लेकर मीडिया पर हमला बोला लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि उन्होंने आम जनता को भी नहीं छोड़ा। पटवारी ने ट्वीट में लिखा- अब तो विश्वास होने लगा है कि बिकी हुई मीडिया और सोई हुई जनता ही देश की बर्बादी का कारण होती है।
जीतू पटवारी निराश क्यों है
इसमें कोई दो राय नहीं कि मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के प्रति नाराजगी अभी भी बनी हुई है। कम हुई है या ज्यादा हो गई है इसका फैसला 10 नवंबर को हो जाएगा लेकिन जीतू पटवारी के सामने कई समस्याएं भी हैं। कांग्रेस पार्टी में जीतू पटवारी को नेपोटिज्म का फायदा नहीं मिला। उनके पिता ना तो पूर्व मुख्यमंत्री हैं और ना ही पूर्व केंद्रीय मंत्री। जीतू पटवारी जो कुछ भी है, अपने दम पर है। बावजूद इसके कमलनाथ की चिरंजीव नकुल नाथ और दिग्विजय सिंह के युवराज जयवर्धन सिंह ठीक उसी प्रकार खुद को कांग्रेस पार्टी का सबसे बड़ा नेता और मुख्यमंत्री पद का दावेदार मानने लगे हैं जैसे राहुल अजय सिंह खुद को मध्य प्रदेश के लोकप्रिय नेता अर्जुन सिंह के पद पर स्वाभाविक दावेदार मानते थे। निराशा की बात यह है कि, पार्टी को चुनाव जिताने का प्रेशर जमीनी कार्यकर्ताओं पर है और यदि कांग्रेस की सरकार बन गई तो पावरफुल कुर्सियां पुत्र-पुत्रियों को प्रदान की जाएंगी।