भोपाल। मध्य प्रदेश के 11 जिलों में एक बार फिर से गर्मी का मौसम महसूस होने लगा है। लोगों को फिर से कूलर ऑन करने पड़े। कोरोनावायरस के डर से लोगों ने एसी के स्विच पर हाथ नहीं रखा परंतु मौसम बिल्कुल मार्च-अप्रैल जैसा हो गया है। ठंडी हवाओं का नामोनिशान नजर नहीं आ रहा है। अगस्त में मूसलाधार बरसने के बाद बादल चले गए हैं। उम्मीद है 10 सितंबर के बाद एक बार फिर वापस आएंगे लेकिन मध्य प्रदेश के नागरिकों को गुड बाय बोलने के लिए।
मध्य प्रदेश के 11 जिलों में कूलर चले, तापमान 35 डिग्री से अधिक
मध्य प्रदेश के 11 जिलों में तापमान 35 डिग्री के पार रिकॉर्ड हुआ है। जबकि बीते अगस्त महीने के अंतिम सप्ताह में लगातार बारिश से प्रदेश के 19 से ज्यादा जिलों में बाढ़ आ गई थी। मध्य प्रदेश में सोमवार 7 सितंबर 2020 को खरगोन में सबसे ज्यादा 36 डिग्री तापमान रिकॉर्ड हुआ। इसके साथ ही सीधी, टीकमगढ़ तापमान 35.8 डिग्री दर्ज हुआ तो उमरिया, सतना, रीवा, खजुराहो में 35.2 डिग्री तापमान दर्ज हुआ। नॉगांव 35.3 डिग्री, दमोह 35 डिग्री, ग्वालियर 35.6 डिग्री, होशंगाबाद 35.4 डिग्री तापमान रिकॉर्ड हुआ।
मध्य प्रदेश के लोगों को बाय-बाय बोलने एक बार और आएंगे बादल
मौसम विभाग का कहना है कि 10 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन सकता है। जिससे मानसून की गतिविधियां मध्यप्रदेश में बढ़ सकती हैं। सप्ताह के अंत में या अगले सप्ताह की शुरुआत में पश्चिमी राजस्थान से मानसून की वापसी शुरू हो सकती है। यानि मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ सकती हैं।
20 सितंबर को होनी है मानसून की विदाई
मध्य प्रदेश में मानसून की विदाई 20 सितंबर को होनी है पश्चिमी राजस्थान में मानसून की विदाई के संकेत मिलने लगे हैं। उनके पक्ष में राजस्थान से अगले हफ्ते से हो सकती है। राजस्थान में मानसून की विदाई की दो से तीन हफ्ते बाद प्रदेश से मानसून की विदाई शुरू होती है।