भोपाल। छिंदवाड़ा सांसद नकुल नाथ समर्थक कांग्रेस नेता बंटी पटेल द्वारा चौरई के सब डिविजनल मजिस्ट्रेट सीपी पटेल के मुंह पर कालिख पोतने के मामले में राजस्व विभाग के कर्मचारी एवं राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की हड़ताल लगातार जारी है। मध्य प्रदेश में करीब 60,000 अधिकारी-कर्मचारी हड़ताल पर हैं। वह नेताओं के खिलाफ सुरक्षा और सम्मान की मांग कर रहे हैं।
सोमवार को सरकारी ऑफिस खुले लेकिन काम बंद, मंगलवार को क्या होगा
पूरे मध्यप्रदेश में आज सोमवार को राज्य प्रशासनिक सेवा के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की हड़ताल का खासा असर नजर आया। डिप्टी कलेक्टर से लेकर संयुक्त कलेक्टर, अपर कलेक्टर, तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, पटवारी और कोटवार के काम बंद करने के कारण आम लोग परेशान होते रहे। अभी तक सरकार की तरफ से कोई आश्वासन नहीं मिलने के कारण मंगलवार को भी कोई काम नहीं होगा। हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश में करीब 60 हजार अधिकारी और कर्मचारी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं। मध्य प्रदेश प्रशासनिक सेवा संघ ने सोमवार को कलेक्टर और जीएडी में ज्ञापन सौंपा। सीएम से मुलाकात का समय मांगा है।
भीड़ में नेताओं से ज्ञापन लेने नहीं जाएंगे: अधिकारियों की मांग
लोगों के आय प्रमाण पत्र से लेकर जाति प्रमाण पत्र और बाढ़ से होने वाले नुकसान का सर्वे का कार्य नहीं किया गया। सिर्फ कोविड-19 से जुड़े कार्य ही किए गए। इस हड़ताल को कई और संगठनों का भी समर्थन मिला है। कर्मचारी अब तक मांग पूरी होने तक काम करने के मूड में नहीं है। उनकी मांग है कि राजस्व के कर्मचारियों को सुरक्षा दी जाए और भीड़ में ज्ञापन आदि लेने की प्रथा को बंद कर दिया जाए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने समय नहीं दिया इसलिए हड़ताल जारी रहेगी
मध्य प्रदेश प्रशासनिक सेवा संघ के प्रवक्ता तहसीलदार मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि हड़ताल के कारण प्रदेश में भर लाखों की संख्या में लोगों से जुड़े कार्य प्रभावित हुए हैं। हमने इस संबंध में अनिश्चित कालानी हड़ताल शुरू की है। सोमवार को कलेक्टर के साथ ही जीएड में भी एक-एक ज्ञापन दिए हैं। मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा है। उनसे बातचीत के बाद ही हड़ताल को जारी रखने या खत्म करने को लेकर निर्णय लिया जाएगा। मंगलवार को भी हड़ताल जारी रहेगी। बस, हम इतना ही चाहते हैं। हमें पर्याप्त सुरक्षा और सम्मान मिले।