इंदौर। हम सब लोग मिलकर एक नया इतिहास बनाएंगे। मध्यप्रदेश की विधानसभा में एक बार फिर कांग्रेस का झंडा लहराएगा, मै आपको विश्वास दिलाता हूँ। यह बात कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और मध्य प्रदेश उपचुनाव में कांग्रेस का चेहरा कमलनाथ ने सांवेर विधानसभा सीट पर आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए कही।
सांवेर सीट पर कौन वफादार कौन गद्दार बड़ा कंफ्यूजन है
इस सीट से भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले तुलसीराम सिलावट को कैबिनेट मंत्री पद देकर अपना उम्मीदवार बनाया है और कांग्रेस पार्टी ने 2018 में टिकट के लालच में कांग्रेस छोड़कर गए प्रेमचंद गुड्डू को वापस बुलाकर टिकट दिया है। कुल मिलाकर इंदौर जिले की सांवेर सीट पर कांग्रेस पार्टी का वफादार-गद्दार वाला फार्मूला फिट होता नजर नहीं आ रहा। कौन वफादार कौन-गद्दार कन्फ्यूजन की स्थिति है। क्योंकि कांग्रेस ने 2020 में गद्दारी करने वाले के खिलाफ 2018 में गद्दारी करने वाले को टिकट दिया है।
मध्यप्रदेश उपचुनाव में कमलनाथ का भाषण
‘‘मैं प्रदेश की जनता से और सांवेर की जनता से पूछना चाहता हूं कि वह बताएं कि क्या माफियाओं के खिलाफ अभियान छेड़ मैंने कोई पाप किया, क्या मिलावट के खिलाफ युद्ध छेड़ मैंने कोई गलती करी, क्या लोगों को शुद्ध दूध पिला कर मैंने कोई गलती करी, क्या यह मेरा गुनाह है, जो सौदेबाजी कर मेरी सरकार गिरा दी गई? क्या प्रदेश की पहचान माफियाओ से होगी, मिलावटखोरों से होगी“ यह लोग सिर्फ घोषणा की, कलाकारी की राजनीति जानते हैं। अभी अगले कई माह तक ये लोग कई झूठी घोषणाएं करेंगे। मुझे लगा था कि शिवराज जी इतने वर्षों बाद अब झूठी घोषणाओं से बाहर जाएंगे लेकिन अभी भी उनका झूठ बोलने का काम निरंतर जारी है। मैं कभी घोषणा नहीं करता, मैंने तो मुख्यमंत्री रहते भी एक भी घोषणा नहीं की। इनको सड़क पर रोजगार को लेकर भटकता नौजवान-युवा दिखाई नहीं देता, इनकी आंखें बंद है, इनको मदद के लिए चिल्लाता किसान दिखाई नहीं देता क्योंकि इनके कान बंद है, इनका तो सिर्फ मुंह चालू है। मुंह चलाने और सरकार चलाने में बड़ा अंतर है।
आज प्रदेश की इन्होंने क्या हालत कर दी, तस्वीर आपके सामने है। आपने कभी गुजरात का मजदूर देखा है, आपने कभी केरल का मजदूर देखा है, आपने कभी तमिलनाडु का मजदूर देखा है लेकिन आपने टीवी पर भी देखा होगा तो मध्यप्रदेश का मजदूर देखा होगा। इन्होंने अपने 15 वर्ष की सरकार में मध्यप्रदेश को सबसे ज्यादा मजदूरों का उत्पादन वाला राज्य बना कर रख दिया। इन्होंने अपनी 15 वर्ष की सरकार में मुझे कैसा प्रदेश सौंपा। बेरोजगारी में नंबर वन, महिलाओं से अत्याचार में नंबर वन, किसानों की आत्महत्याओं में नंबर वन। हमारी सरकार को तो काम करने के लिए मात्र साढे 11 माह ही मिले, इसमें भी हमने अपनी नीति और नियत का परिचय दिया।
प्रदेश के युवाओं का भविष्य सुरक्षित रखने के लिए हमने रात- दिन काम किया। मैं दोहराना नहीं चाहता हमने किसानों की कर्ज माफी के लिए क्या किया, बिजली के सस्ते बिलों को लेकर हमने क्या किया, माफियाओं और मिलावटखोरों के खिलाफ हमने क्या किया।