भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस से संक्रमित नागरिकों की संख्या 90000 से अधिक, अस्पताल में भर्ती पीड़ितों की संख्या 21000 से अधिक, संक्रमित इलाकों की संख्या 7000 से अधिक, पॉजिटिविटी रेट 11% से अधिक और मरने वालों की संख्या 1700 से अधिक हो जाने के बाद मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि वैश्विक स्तर से प्रदेश तक कोरोना महामारी की गंभीर होती स्थिति के कारण सजगता और सतर्कता जरूरी है। कोरोना संक्रमण की घातकता को समझना और उससे डरना आवश्यक है। तभी हर व्यक्ति कोरोना से बचाव के लिए आवश्यक सावधानी का गंभीरता से पालन करेगा।
चुनावी कार्यक्रमों पर प्रतिबंध का फैसला नहीं लिया, समाज से सक्रियता की उम्मीद
यह जानते हुए भी कि हालात चुनावी कार्यक्रमों के कारण खराब हो रहे हैं, मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि समाज को इस दिशा में और अधिक गंभीर होना होगा। सामाजिक, धार्मिक, व्यापारिक संगठनों, स्वयंसेवी संस्थाओं को सक्रिय होकर जन-जन को कोरोना से बचाव की सावधानियां अपनाने के लिए प्रेरित करना होगा। यह वातावरण बनाना होगा कि यह मजबूरी नहीं अपने बचाव और सुरक्षा के लिए जरूरी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में कोरोना प्रबंधन की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बाजार बंदी की सराहना की
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भोपाल के न्यू मार्केट और दस नंबर क्षेत्र तथा इंदौर के व्यापारियों द्वारा दुकानें खोलने का समय स्वयं सीमित करने और भीड़ नियंत्रण के लिए की गई पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि सावधानियां बरतने के इस प्रेरणादायी व्यवहार को राज्य शासन प्रोत्साहित करेगा। इसके विरुद्ध इंदौर में व्यापारियों ने राजनीतिक एवं धार्मिक आयोजनों को प्रतिबंधित करने की मांग की है। उन्होंने दावा किया है कि संक्रमण बाजार से नहीं बल्कि राजनीतिक और धार्मिक कार्यक्रमों से फैल रहा है।