भोपाल। मध्य प्रदेश की आंगनबाड़ियों में महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी का अंडा फूट गया है। उन्होंने डंके की चोट पर बच्चों को पोषण आहार के रूप में अंडे का विकल्प दिए जाने का ऐलान किया था परंतु मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अंडे पर डंडा मारकर उसे फोड़ डाला। सीएम शिवराज सिंह ने ऐलान किया है कि आंगनबाड़ियों में बच्चों को अंडे नहीं , दूध पिलाया जाएगा।
इमरती देवी ने पूरी ताकत के साथ आंगनवाड़ी में अंडा वितरण की घोषणा की थी
आंगनबाड़ी केंद्रों में अंडा और दूध को वितरण को लेकर हफ्ते भर पहले शिवराज सरकार में महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी कह चुकी हैं कि आंगनबाड़ी केंद्रों में अंडा बांटा जाएगा और जो बच्चे अंडा नहीं लेंगे। उन्हें फल और दूध दिया जाएगा। इस फैसले पर जब इमरती देवी को बताया गया कि भारतीय जनता पार्टी के कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं तो महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने निर्भय होते हुए कहा था कि इससे उनके फैसले पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने आंगनवाड़ी में अंडा वितरण का फैसला लिया था
अंडा बांटने का फैसला कांग्रेस की कमलनाथ सरकार में लिया गया था और तब इमरती देवी ही महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री थीं। उस वक्त ये तय हुआ था कि जो बच्चे अंडा नहीं लेंगे, उन्हें फल का वितरण किया जाएगा। इसका भाजपा ने जमकर विरोध किया था। सरकार बदली तो सिंधिया समर्थक मंत्री इमरती देवी भी भाजपा में आ गईं और वही विभाग इन्हें शिवराज सरकार में भी मिल गया। इसके बाद भी मंत्री का सुर नहीं बदला और वह आंगनबाड़ी केंद्रों में अंडा बांटने के बयान देती रहीं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा से आंगनवाड़ी में अंडा वितरण विवाद का अंत
मध्य प्रदेश के आंगनबाड़ी केंद्रों में कुपोषण दूर करने के लिए अंडा नहीं दूध दिया जाएगा। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ये बयान देकर इस तरह की चर्चा पर विराम लगा दिया है। सीएम शिवराज ने कैबिनेट की बैठक में भी आंगनबाड़ी केंद्रों दूध वितरित करने के निर्देश दे दिए हैं। हफ्ते भर पहले भोपाल में एक कार्यक्रम में इमरती देवी ने कहा था कि आंगनबाड़ी केंद्रों में अंडे परोसे जाएंगे। हालांकि इमरती देवी ने कहा है कि आंगनबाड़ी केंद्रों में अंडा वितरित करने के साथ ही व्यवस्था ऑप्शनल होगी। अंडा नहीं खाने वाले छात्रों के फल दिया जाएगा।