भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के उस आरोप का जवाब दिया है जिसमें श्री चौहान ने कहा था कि कमलनाथ ने सत्ता में आते ही गरीबों के लिए हितकारी संबल योजना बंद कर दी। श्री कमलनाथ ने कहा कि हमने योजना नहीं बदली थी बल्कि योजना का नाम बदला था और हितग्राहियों की लिस्ट में से भाजपा वालों के प्रति नाम काट दिए थे।
भाजपा ने 32000 और हमने एक लाख लोगों को सहायता प्रदान की: कमलनाथ
श्री कमलनाथ ने कहा कि पूर्व की भाजपा सरकार ने संबल योजना के नाम पर 76 लाख उन अपात्रों को जोड़ा था जो या तो भाजपा के कार्यकर्ता थे या फिर भाजपा के लिए काम करने वाले अपात्र लोग। हमने इस योजना को बन्द नहीं किया अपितु "नया सवेरा" नाम देकर 1 जनवरी, 2019 से मार्च 2020 तक एक लाख एक हजार जरूरतमंदों को 896.97 करोड़ की सहायता राशि प्रदान की। जबकि भाजपा सरकार ने 1 अप्रैल 2018 से यह योजना चुनाव जीतने के लिए शुरू की थी और इसमें लगभग 32 हजार लोगों को 349 करोड़ की ही सहायता प्रदान की थी।
भाजपा ने अपना प्रचार करने वाले 76 लाख अपात्र लोगों को संबल योजना में जोड़ लिया था
संबल योजना में 2.27 करोड़ का पंजीयन गरीबों के नाम किया गया। जब इसका सत्यापन किया गया तो 76 लाख लोग गरीब थे ही नहीं और वे संबल योजना के नियमों के अनुसार अपात्र थे। यह नियम स्वयं भाजपा सरकार ने बनाए थे। ये 76 लाख वे थे जो भाजपा से प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े थे और चुनाव जिताने के लिए भाजपा के पक्ष में चुनाव प्रचार कर रहे थे। श्री कमलनाथ ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद का दुरुपयोग करते हुए भाजपा का प्रचार करने वालों को सरकारी खजाने से सहायता प्रदान की। जो नियम विरुद्ध थी।