भोपाल। मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव आज अतिथि विद्वानों पर भड़क उठे। अतिथि विद्वानों की बात सुनते सुनते अचानक बोले 'तो क्या मैं आत्महत्या कर लूं।' जब अतिथि विद्वानों ने कहा कि उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से करवा दें, तो कहने लगी कि मैं कैसे मिलवा सकता हूं।
उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव क्यों तिलमिलाए
श्री मोहन यादव को ना तो उच्च शिक्षा विभाग का पुराना अनुभव है और ना ही अतिथि विद्वानों की नियुक्ति से लेकर नियमितीकरण के वादे तक की विस्तृत जानकारी है। अतिथि विद्वान मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री से मिलने आए थे जबकि कुर्सी पर बैठा हुआ व्यक्ति सिर्फ मोहन यादव था। अतिथि विद्वानों ने जब उनसे पूछा कि बार-बार आश्वासन के बाद भी ना तो हमें नियमित किया जा रहा है और ना ही प्रत्येक सत्र में हमारी नियुक्ति को सुनिश्चित किया जा रहा है। अतिथि विद्वानों ने पूछा कि पिछले 6 महीने से बेरोजगार हैं, समझ में नहीं आ रहा क्या करें, क्या आत्महत्या कर ले... इसी पर तपाक से जवाब देते हुए उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि 'तो क्या मैं आत्महत्या कर लूं।'