भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर दोहराया है कि मध्य प्रदेश पुलिस सहित कई सरकारी विभागों में रिक्त पदों की पूर्ति के लिए भर्तियां निकाली जाएंगी। बताने की जरूरत नहीं कि मध्य प्रदेश उपचुनाव में बेरोजगारी एक मुद्दा है और सरकारी नौकरी के लिए उम्मीदवार लगातार आंदोलन कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान सुवासरा विधानसभा क्षेत्र के सीतामऊ में रविवार दिनांक 20 सितंबर 2020 को 301 एक करोड़ से ज्यादा की विकास कार्यों के भूमिपूजन और लोकार्पण कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने मध्यप्रदेश में युवाओं को सरकारी नौकरी की वचनबद्धता दोहराई। हालांकि सरकारी नौकरी के मामलों में लोग सीएम शिवराज सिंह चौहान की घोषणाओं को ज्यादा गंभीरता से नहीं लेते क्योंकि 2018 में विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने जो मध्य प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन किया था, सत्ता परिवर्तन के बाद उस मामले में कई तरह की रोक लगा दी गई है।
मध्य प्रदेश पुलिस भर्ती का इंतजार कर रहे कई उम्मीदवार ओवरेज हो चुके हैं। सरकार की जिम्मेदारी है कि वह हर साल रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूरी करें परंतु मध्य प्रदेश में सरकार अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रही। उम्मीदवारों की मांग है कि मध्यप्रदेश पुलिस आरक्षक के 15000 पद और सब इंस्पेक्टर के 5000 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाए। इसके अलावा जो उम्मीदवार भर्ती परीक्षा का इंतजार करते-करते ओवरएज उन्हें भी परीक्षा में शामिल होने का मौका दिया जाए। सरकारी सूत्रों का कहना है कि अभी तक उन्हें भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के कोई आदेश नहीं मिले हैं।