भोपाल। मत्स्य पालन से जुड़े कृषकों तथा मात्स्यिकी से जुडऩे हेतु इच्छुक व्यक्तियों के लिए वित्तीय वर्ष 2020-21 में भारत सरकार ने मातिस्यकीय विभाग के लिए नई योजना प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना प्रारंभ की गई है।
उक्त योजना का मुख्य उद्देश्य मछली उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि, गुणवत्ता, तकनीकी, आधारभूत संरचना एवं प्रबंधन के अंतर को कम करना मूल्य श्रृंखला का आधुनिकीकरण एवं सुदृढ़ीकरण, मजबूत मत्स्य पालन-प्रबंधन ढांचा की स्थापना तथा मछुआरों एवं मत्स्य कृषकों की आय दोगुनी करना है।
इस योजना में विभिन्न योजनाएं जिसमें मत्स्य बीज उत्पादन हेतु बीज उत्पादन हैचरी की स्थापना, नवीन मत्स्यबीज संवर्धन हेतु पोखर/तालाब का निर्माण, नवीन तालाब का निर्माण, मिश्रित मत्स्य पालन, पंगेशियस मछली पालन, तिलापिया मछली पालन हेतु इनपुट्स की व्यवस्था, जलाशय में मत्स्य अंगुलिकाओं का संचयन, रंगीन मछलियों की ब्रीडिंग एवं रियरिंग के लिए ईकाई की स्थापना, पुन: संचारी जल कृषि प्रणाली (आरएएस) की स्थापना, बायोफलास्क की स्थापना, आइस बॉक्स युक्त मोटर साइकिल, मछली बिक्री हेतु ई-रिक्शा, प्रशीतक कुंस वाहक वाहन, जलाशय पिंजरा कृषि (केज) फिश फीड मिल प्लांट, मछली कियोस्क का निर्माण, थोक मछली बाजार का निर्माण इत्यादि सम्मिलित है।
उक्त योजना में सम्मिलित गतिविधियों से लाभ लेने हेतु इच्छुक व्यक्ति अपने जिले के सहायक संचालक मत्स्योद्योग कार्यालय में 30 अक्टूबर 2020 तक आवेदन कर सकते हैं।कलस्टर आधारित तथा पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर हितग्राहियों की चयन में प्राथमिकता दी जाएगी। जिला स्तर की समिति के प्रशासनिक अनुमोदन के पश्चात् ही इसे अंतिम रूप दिया जाएगा।