इंदौर। मध्य प्रदेश के EOW- आर्थिक अपराध अन्वेषण प्रकोष्ठ ने भारतीय स्टेट बैंक की सियागंज ब्रांच मैनेजर रही श्वेता सुरोईवाला सहित कर्मचारी कौस्तुभ सिंगारे के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी की धाराओं में केस दर्ज किया गया। आरोप है कि दोनों ने एसबीआई के 49 खाताधारकों के खाते में से तीन करोड़ रुपए निकाल लिए थे। इसके अलावा होम लोन, व्हीकल लोन, पर्सनल लोन आदि में भी दस्तावेजों की गड़बड़ी पाई गई है।
एसपी धनंजय शाह के मुताबिक निरीक्षक लीना मारोठ को इस केस की जांच सौंपी गई थी। खाताधारकों के द्वारा शिकायत की गई थी कि मैनेजर श्वेता और कौस्तुभ खातों से राशि हड़प रहे हैं। आए दिन इस बात को लेकर बैंक में विवाद भी होते रहते हैं। शिकायत के बाद प्रकरण को जांच में लिया गया।
शिकायतों की जांच के बाद EOW ने श्वेता और उसके साथी कर्मचारी के खिलाफ मामला दर्ज किया
खातों की जांच की तो पता चला कि खातों में एंट्री ही सही से नहीं होती थी। लोन के मामलों में भी श्वेता काफी गड़बड़ी करती थी। कमीशन लेकर अधूरे दस्तावेजों पर ही लोन जारी कर दिए। पर्सनल लोन के लिए अनजान लोगों के दस्तावेज हासिल कर उनके नाम पर लोन जारी कर दिए गए। मंगलवार को जांच पूरी होने के बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, अमानत में खयानत सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया।
अनक्लेम्ड खातों में रुपए डाल करते थे पूरा खेल
जांच अधिकारी के अनुसार ग्राहकों द्वारा की गई शिकायत के बाद 16 अप्रैल 2018 से 5 जुलाई 2019 तक की जांच की तो इसमें पता चला कि ग्राहकों द्वारा जो छोटी-बड़ी राशि जमा की गई। वो राशि शाखा के विभिन्न खातों में एनईएफटी ट्रांसफर, मिनिमम बैलेंस चार्जेस रिर्वसल, पीपीएफ खाते में जमा किया गया। इसके बाद इन खातों से अनक्लेम्ड खातों के जरिए निकाल ली गईं। इतना ही नहीं, जिनका लोन चल रहा है उनके ही दस्तावेज से और लोन स्वीकृत कर रुपए निकाल लिए गए।
फ्रॉड से बचने के लिए यह करें
एसपी शाह के अनुसार ग्राहकों को इसके लिए जागरूक रहने की बहुत जरूरत है। आजकल ऑनलाइन तरीके से खातों को चेक किया जा सकता है। हमेशा खातों को चेक करते रहना चाहिए। मैसेज सेवा के साथ ही बैंक द्वारा दिए जाने वाली सुविधा से खातों को हमेशा चेक करते रहना चाहिए। समय-समय पर पासवर्ड बदलते रहना चाहिए। हर लेन-देन की जानकारी यदि आपके मोबाइल पर नहीं आए तो बैंक में संपर्क करना चाहिए।