सीहोर। अगस्त के महीने में एक हादसा हुआ। एक बच्चे की मां देवकुंवर और उसके पति विक्रम सिंह मेवाड़ा गंभीर जली हुई अवस्था में अस्पताल में भर्ती किया गया। बताया कि दंपति के बीच विवाद के कारण महिला ने आत्मदाह किया और उसे बचाने की कोशिश में उसका पति जल गया। इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। अब चौंकाने वाली पीएम रिपोर्ट आई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टर ने बताया कि हादसे में मरने वाली एक बच्चे की मां देवकुंवर महिला नहीं बल्कि पुरुष था। सबसे ज्यादा आश्चर्यचकित मोहल्ले की महिलाएं हैं। पिछले 8 साल से देवकुंवर उनके साथ थी। उसकी गोद में एक बच्चा भी था। उसने अपने पति के लिए करवा चौथ का व्रत किया। संतान की लंबी आयु के लिए व्रत त्यौहार किए। वह महिलाओं के साथ बैठती थी। सुख दुख की बातें करती थी। कोई कभी समझ ही नहीं पाया कि साड़ी के अंदर एक महिला नहीं बल्कि पुरुष है।
समलैंगिक दंपति सुजालपुर के रहने वाले थे, 2012 में लिव इन रिलेशनशिप
जानकारी के अनुसार शुजालपुर निवासी एक युवक को कालापीपल भेसवा निवासी युवक से इश्क हो गया। 2012 में दोनों ने साथ रहने का फैसला किया। पुरुष युवक के परिवार ने भी सहमति दी, जबकि महिला युवक का परिवार नहीं था। प्रेम विवाह के बाद दोनों सीहोर में रहने लगे। दो साल बाद परिवार वालों ने बच्चे के लिए दबाव बनाया, तो बड़ा है भाई का बेटा गोद ले लिया।
लिव इन रिलेशन के 8 साल बाद समलैंगिक दंपति ने आत्मदाह कर लिया
ऐसा बताया जा रहा है कि 11 अगस्त 2020 की रात को पति-पत्नी में झगड़ा हुआ था। झगड़े के बाद पत्नी ने खुद को आग लगा ली और बचाने के प्रयास में पति भी जल गया। दोनों को उपचार के लिए भोपाल भर्ती कराया गया, जहां 12 अगस्त को पत्नी और 16 अगस्त को पति की मौत इलाज के दौरान हो गई।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से खुला राज
दोनों की मौत की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट जब पुलिस के सामने आई तो सब दंग रह गए। पत्नी के रूप में रह रही महिला नहीं बल्कि पुरुष था। दोनों युवक पति-पत्नी की तरह साथ रहते थे। मामले में एएसपी समीर यादव ने बताया कि अगस्त महीने में एक घटना हुई थी, जिसमें देवकुंवर नाम की महिला जल गई थी, जिसको बचाने के प्रयास में उसका पति विक्रम सिंह मेवाड़ा भी जल गया था। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मौत के बाद दोनों की पीएम रिपोर्ट आई है। डॉक्टरों के मुताबिक उसमें जो महिला पत्नी बनकर रह रही थी, वो पुरुष ही था और 8 साल से यह लोग वैवाहिक जीवन जी रहे थे।