टीकमगढ़। मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले के जतारा थाना क्षेत्र में बांदा (उत्तर प्रदेश) में पदस्थ एक कांस्टेबल ने पत्नी की हत्या के बाद उसे दुर्घटना दिखाने का प्रयास किया। पुलिस द्वारा मौका का मुआयना करने और फॉरेंसिक टीम की जांच के बाद स्थितियां संदेहास्पद लगी। इसके बाद कड़ाई से पूछताछ करने पर कांस्टेबल ने पत्नी की हत्या करने की बात स्वीकार कर ली।
जतारा थाना प्रभारी हिमांशु चौबे ने बताया कि सोमवार सुबह करीब पांच बजे जतारा-लिधौरा रोड पर श्मशान घाट के पास मोहरा गांव में कार दुर्घटना की सूचना आई। पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपी कैलाश पुत्र रमोले गौतम निवासी मरकुआ थाना गरौठा जिला झांसी (उप्र) ने बताया कि वह 25 वर्षीय पत्नी रजनी गौतम के साथ छिपरी (टीकमगढ़) जा रहा था। वहां पत्नी का पथरी का इलाज कराना था। तभी सामने से एक पिकअप वाहन ने कार की तरफ गाड़ी दबा दी, जिसे बचाने के प्रयास में गाड़ी असंतुलित हो गई और पत्नी को चोट आने के बाद उसकी मौत हो गई।
पुलिस को कैलाश की बातों पर शक हो गया, क्योंकि जांच में मृतका के सिर पर दाहिनी ओर भौंतेले हथियार से चोट पाई गईं, जबकि कार के बाई ओर के दरवाजे के ऊपर का शीशा टूटा था। कड़ाई से पूछताछ में कैलाश ने पत्नी की हत्या करना स्वीकार कर लिया। थाना इंचार्ज ने बताया कि आरोपी ने पहले पत्नी की सिर में पत्थर मारा, फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि आरोपी कैलाश बांदा की पुलिस लाइन में आरक्षक है। वह प्रेमिका के साथ रहना चाह रहा था, इसलिए पत्नी को रास्ते से हटा दिया।