ग्वालियर में सिंधिया ट्रस्ट मॉर्निंग वॉक के लिए 30 रुपए प्रतिदिन वसूल रहा है - GWALIOR NEWS

Bhopal Samachar
ग्वालियर।
द सिंधिया स्कूल के लिए 413 करोड रुपए की सरकारी जमीन मात्र ₹105 में लेने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनावी सभाओं में मंच से अपना सारा जीवन जनसेवा के लिए समर्पित करने की बात तो करते हैं परंतु ग्वालियर का सिंधिया ट्रस्ट बेरहम बनिया जैसा व्यवहार कर रहा है। सरकार लोगों को मॉर्निंग वॉक के लिए पार्क बना कर देती है और सिंधिया ट्रस्ट अम्मा महाराज की छत्री वाले पार्क में मॉर्निंग वॉक करने के लिए 1 दिन का ₹30 वसूल रहा है। कोरोनावायरस संक्रमण काल में जबकि लोगों को ऑक्सीजन की सबसे ज्यादा जरूरत है, सिंधिया ट्रस्ट ने पार्क में प्रवेश शुल्क बढ़ा दिया है। चौंकाने वाली बात यह है कि ग्वालियर कलेक्टर ने सरकारी पार्क अभी भी आम जनता के लिए ओपन नहीं किए हैं। केवल सिंधिया ट्रस्ट का पार्क खुला हुआ है। कितनी अजीब बात है, जिस राजमाता सिंधिया ने रामकाज के लिए अपनी शादी की अंगूठी तक दान कर दी थी, उनके पार्क में सुबह की सैर करने (ऑक्सीजन) के लिए जनता को पैसे देने पड़ रहे हैं। और इनके परिवार के लोग इन्हीं के नाम पर जनता से वोट मांग कर नेता बने बैठे हैं।

सिंधिया ट्रस्ट के मैनेजमेंट ने किसी का निवेदन नहीं सुना, पैसा नहीं तो प्रवेश नहीं

कटोराताल स्थित अम्मा महाराज की छत्री पर हर रोज सैकड़ों लोग सुबह 5 बजे से ही तफरीह करने के लिए पहुंचना शुरू हो जाते हैं वह अपनी सेहत की चिंता करते हुए वॉक करते हैं। छत्री में प्रवेश शुल्क पहले 20 रुपए लिया जाता था और इस वर्ष 30 रुपए कर दिया गया है। छत्री में जब प्रवेश के लिए लोग पहुंचे तो उन्हें यह कहते हुए रोक दिया गया कि पहले बढ़ा हुआ शुल्क जमा करो इसके बाद ही प्रवेश मिलेगा, कुछ लोगों ने बताया कि वह मॉर्निंग वॉक पर आए हैं, फिलहाल जेब में पैसा नहीं है आज प्रवेश करने दें कल से बढ़ा हुआ शुल्क दे देंगे परंतु महाराजा सिंधिया ट्रस्ट का मैनेजमेंट उनकी बात सुनने को तैयार नहीं था। 

भारत की महंगाई दर से ज्यादा महंगा हो रहा है सिंधिया ट्रस्ट के पाक का प्रवेश शुल्क

अम्मा महाराज की छत्री में तफरीह करने के लिए सुबह और शाम लोगों की भीड़ लगी रहती है जिसका फायदा सिंधिया ट्रस्ट द्वारा उठाया जा रहा है। प्रबंधन द्वारा हर वर्ष तफरीह करने वालों का शुल्क बढ़ाया जाता है। पहले यह शुल्क 10 रुपए हुआ करता था इसके बाद 20 हुआ, फिर 25 और अब 30 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से लिया जा रहा है, जबकि महीने का कार्ड 250 की जगह 300 रुपए का बनाया जा रहा है। 

कलेक्टर ने शहर के सारे सरकारी पार्क बंद कर रखे हैं, सिर्फ सिंधिया का पार्क खुला है

सुबह और शाम मौसम का आनंद लेते हुए परिवार के साथ लोग पार्कों में पहुंचते थे लेकिन नगर निगम द्वारा मार्च माह से ही पार्कों में ताला डाला गया था जो आज तक नहीं खुला है। अनलॉक-5 में सिनेमा घर से लेकर मॉल तक खुल गए हैं लेकिन पार्कों में अभी भी ताला लगा होने के कारण तफरीह करने वालों को परेशान होना पड़ रहा है। महाराज बाड़ा जीयाजी पार्क में तो ताला लगा होने के कारण लोग सडक़ पर ही घूम रहे हैं। पार्कें बंद होने से उन लोगों को भी परेशानी हो रही है जो महंगे होटलों में सगाई-संबंध नहीं कर पाते हैं वह पार्कों में ही आयोजन करते थे। 

27 अक्टूबर को सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार

सिंघाड़े को अंग्रेजी एवं संस्कृत में क्या कहते हैं, वैज्ञानिक नाम क्या है, क्या आयुर्वेद से भी कोई रिश्ता है
आलू में ऐसा क्या है जो व्रत, त्यौहार और सामान्य दिनों में समान रूप से खाया जाता है, शाकाहारी और मांसाहारी सबको पसंद आता है
लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी होल्डर के लिए सुप्रीम कोर्ट का महत्वपूर्ण फैसला
काशीफल: जिसके नर पुष्प और मादा पुष्प अलग-अलग होते हैं
BF से जाति छुपाकर लवमैरिज कर ली थी, मकान मालिक ने ब्लैकमेल करके 2 साल तक रेप किया
लौकी, सब्जी है या फल, अंग्रेजी में पूरा नाम क्या है, म्यूजिक में लौकी का उपयोग क्या है
1000 कदम पैदल चलने से मोटापा कम नहीं होता, 1964 से दुनिया भ्रम में है
लड़कियों की शादी की उम्र सुप्रीम कोर्ट में तय करने की मांग
BF पर भरोसा कर बैठी NRI की बेटी रेप का शिकार
मध्यप्रदेश में कमलनाथ कांग्रेस की क्या स्थिति है, सत्ता में आने के लिए कितनी सीटें चाहिए
बच्चों को चोट लग जाए तो शक्कर या चॉकलेट क्यों खिलाते हैं, सिर्फ चुप कराने के लिए या मेडिकल साइंस की कोई ट्रिक है
विश्वासघाती के खिलाफ कौन सा मामला दर्ज होता है कितनी सजा मिलती है, ध्यान से पढ़िए
Tags

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!