बैतूल। मध्य प्रदेश के बैतूल जिले की चिचोली तहसील के अंतर्गत आने वाले गांव चूड़िया में गांव के दबंग लोगों ने एक आदिवासी महिला को सरेआम सड़क पर वस्त्रहीन करके बेरहमी से पीटा। पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
अस्पताल में भर्ती महिला द्वारा मीडिया को दिया बयान
सरकारी जिला अस्पताल में भर्ती महिला ने बताया कि कुत्ते को लेकर गांव के ही दबंग परिवार के सदस्यों से कहासुनी हो गई थी। तब विवाद शांत हो चुका था, लेकिन इसके बाद दोबारा आरोपी आए और घर में घुसकर उसके साथ मारपीट की। मारपीट करने वालों में महिलाएं भी थी। सभी उसे खींचकर बीच सड़क पर ले आए और उसके कपड़े फाड़ दिए। महिला का आरोप है कि दबंग परिवार के मुखिया ने उसे परिवार सहित उड़ा देने की धमकी भी दी है। महिला का कहना है कि आरोपी अब उसके परिवार पर रिपोर्ट वापस लेने का दबाव डाल रहे हैं।
कोरे कागज पर अंगूठा ले लिया
महिला ने बैतूल एसपी से शिकायत की है। उसने पत्र में कहा- टेकरा निवासी सुरेश यादव घर में घुस आया और छेड़छाड़ करने लगा। जब मैंने विरोध किया तो मारपीट करने लगा। इसके बाद सुरेश के साथ ही जगोती यादव, माया यादव और धमन्या के रहने वाले उनके रिश्तेदारों ने मिलकर मुझे रोड तक घसीटते हुए ले गए। सड़क पर ले जाकर मुझे तब तक पीटते रहे, जब तक बेसुध नहीं हो गई। हमने चिचौली थाने में इसकी शिकायत की, लेकिन वहां पर हम लोगों को डराकर समझौता करने के लिए मजबूर किया गया और कोरे कागज पर अंगूठा ले लिया।
पहले पुलिस ने मारपीट में दर्ज की थी रिपोर्ट
पुलिस का कहना है कि घटना की सूचना मिलने के बाद दोनों पक्षों पर मामला दर्ज किया गया था, लेकिन जब इसकी जानकारी मिली कि आदिवासी महिला के कपड़े तक फाड़ दिए गए थे तो अस्पताल पहुंचकर महिला के बयान लिए गए। धाराओं में भी इजाफा करने के साथ-साथ एससीएसटी एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। खास बात ये है कि पुलिस ने घटना को लेकर सिर्फ मारपीट का मामला दर्ज किया था, लेकिन जब मीडिया के सामने महिला ने बयान दिया और मामला एसपी तक पहुंचा तो आनन-फानन में महिला सेल प्रभारी को अस्पताल भेज कर बयान लिए गए और धाराएं बढ़ाई गईं।
पुलिस ने महिला के खिलाफ भी केस दर्ज किया
चिचोली थाना प्रभारी दीपक पाराशर ने बताया कि इस मामले में सूरज, जमोती और माया के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज किया गया है। पीड़ित महिला और उसकी बहन के खिलाफ भी मारपीट का मामला दर्ज किया है।