भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के कटारा हिल्स क्षेत्र में सागर गोल्डन पाम रेजिडेंशियल सोसायटी के अंदर 20 साल के एक लड़के की फांसी पर लटकी हुई लाश मिली है। घटना के समय, मौके पर कोई नहीं था। पुलिस का मानना है कि लड़के ने सुसाइड किया है परंतु उसके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। लड़का ट्यूशन टीचर का दत्तक पुत्र था एवं कक्षा 12 का स्टूडेंट।
पुलिस के अनुसार, कटारा हिल्स के सागर गोल्डन पाम में रहने वाले अनिल सिंह ट्यूशन टीचर हैं। उनके साथ उनका साडू भाई नारायण सिंह का 20 वर्षीय बेटा रविंद्र प्रसाद सिंह भी रहता था। उन्होंने रविंद्र सिंह को 16 साल पहले गोद लिया था। वह कक्षा 12वीं में पढ़ाई कर रहा था। मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी केतन गुप्ता ने बताया कि अनिल पिपरिया गए हुए थे। बुधवार शाम करीब साढ़े 7 बजे उनकी पत्नी रोज की तरह कॉलोनी में टहलने चली गईं। वे रविंद्र को उसके कमरे में छोड़कर गई थीं। एक घंटे बाद घर पर लौटने पर उन्होंने रविंद्र को आवाज लगाई, लेकिन उसका कोई जवाब नहीं आया। वे उसे देखने उसके कमरे में पहुंची तो देखा, फांसी के फंदे पर रविंद्र सिंह की लाश झूल रही थी।
उनकी चीख सुनकर आसपास के फ्लैट के लोग भी वहां पहुंच गए। उन्होंने रविंद्र को फंदे से नीचे उतारा। फांसी का फंदा दुपट्टे से बनाया गया था। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। रविंद्र सिंह के माता-पिता भिंड के रहने वाले हैं। पीएम के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए उसका शव लेकर भिंड के लिए रवाना हो गए।
बालक को रहने के लिए अलग कमरा दिया था, आत्महत्या के कारणों का पता नहीं
परिजनों ने बताया कि रविंद्र जब 4 साल का था, जब अनिल ने उसे गोद ले लिया था। उनके घर में उनकी पत्नी, वे और रविंद्र ही थे। 3BHK फ्लैट में रविंद्र को अलग से कमरा दिया गया था। उसने उसी कमरे में फांसी लगाई। हालांकि न तो पुलिस को सुसाइड नोट मिला है और न ही परिजनों के बयान हो पाए हैं। उसके पास से पुलिस को एक कीपैड वाला मोबाइल फोन मिला है। जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। अब तक सुसाइड के कारणों का पता नहीं चल पाया है।