भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के कुटुंब न्यायालय में एक अनोखा मामला सामने आया है। हर इंसान की ये चाहत होती है कि वो अपने नाती-पोतों को अपनी गोद में खिलाए। उन्हें वो प्यार दे जो वो अपने बच्चों को अपनी जिंदगी की व्यस्तता के चलते नहीं दे पाया इसलिए कहा भी जाता है कि बेटे से ज्यादा पोता प्यारा होता है।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक बुजुर्ग ऐसे हैं जो दादा नहीं बनना चाहते हैं। सरकारी सेवा में रहने के बाद रिटायर्ड हो चुके ये बुजुर्ग अपने बेटे-बहू को बच्चा पैदा न करने की धमकी भी देते हैं। ससुर की अजीब इच्छा से परेशान बहू ने कुटुंब न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। जिसके बाद ससुर को बुलाकर काउंसलिंग भी की गई लेकिन बार-बार की काउंसलिंग के बाद भी बुजुर्ग अभी भी नहीं माने हैं और अपनी जिद पर अड़े हुए हैं और साफ कहते हैं कि अगर बेटे-बहू ने संतान पैदा की तो जायदाद में से उन्हें एक फूटी कौड़ी नहीं दूंगा।
बुजुर्ग का तर्क है कि अगर बेटे-बहू ने बच्चा पैदा किया तो वो उनकी देखभाल करना बंद कर देंगे और एक दिन वृद्धाश्रम भेज देंगे। वो ये भी कहते हैं कि बेटे की शादी मैंने संतान पैदा करने के लिए नहीं की थी, बेटे-बहू का पहला फर्ज मेरी सेवा करना है और जब मैं मर जाऊं तो वो संतान पैदा कर लें। फिर भी अगर बहू को बच्चा चाहिए तो वो मेरे बेटे को तलाक देकर दूसरी शादी कर ले और बच्चे पैदा करे।
कुटुंब न्यायालय की काउंसलर बताती हैं कि सितंबर 2020 में भोपाल की रहने वाली महिला शिकायत लेकर आई थी और उसने बताया था कि ससुर बच्चा पैदा नहीं करने दे रहे हैं। धमकी देते हैं कि अगर बच्चा पैदा किया तो जायदाद से बेदखल कर देंगे। शादी को काफी वक्त गुजर चुका है और बच्चा न होने के कारण समाज व परिवारवाले उसे ताने मारते हैं। उसने पति और ससुर को समझाने की कोशिश की लेकिन जब बात नहीं बनी तो उसने न्याय की गुहार लगाई। कुटुंब न्यायालय ने पति को बुलाकर समझाया और ससुर को भी समझाने की कोशिश की पर 6 काउंसलिंग होने के बाद भी वो जिद पर अड़े हुए हैं अब उन्हें फिर से आगे काउंसलिंग के लिए बुलाने की तैयारी की जा रही है। काउंसलर ने ससुर के न मानने पर बेटे-बहु को अलग घर लेकर रहने की सलाह भी दी लेकिन बेटा अपने पिता को नहीं छोड़ना चाहता है।