भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दुर्गा प्रतिमाओें के विसर्जन में क्रेन के पास सदस्यों को जाने की अनुमति नहीं होगी। प्रशासन द्वारा ही क्रेन से मूर्ति का विसर्जन किया जाएगा। शुक्रवार को जिला क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में यह फैसला हुआ। इसमें तय हुआ कि सभी विसर्जन घाटों पर बैरिकेडिंग की जाएगी। गोताखोर की व्यवस्था रहेगी। नावों से कहीं भी विसर्जन नहीं होगा।
बैठक में मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि रावण दहन समितियों को भी इस संबंध में बताया जाए कि प्रशासन ही मूर्ति विसर्जन करेगा, ताकि स्थिति स्पष्ट रहे और भीड़ न लगे। प्रशासन और नगर निगम ही इसके लिए व्यवस्था संभालेंगे।विसर्जन के लिए 10 लोग जाएंगे। सभी को मास्क व डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। नवरात्रि में पंडाल खुले-खुले बनाए जाएंगे। एसडीएम और अन्य अधिकारी नजर रखेंगे। गरबा जैसे कार्यक्रम पर रोक यथावत रहेगी।
मंत्री सारंग ने कहा कि चल समारोह पर प्रतिबंधित रहेगा। सांकेतिक रूप से रावण दहन के लिए रथ यात्रा निकाली जाएगी। एसडीएम व डीएसपी क्षेत्र में समितियों से चर्चा करेंगे। कलेक्टर अविनाश लवानिया, डीआईजी इरशाद वली, निगम आयुक्त वीएस चौधरी कोलसानी उपस्थित थे।