चेहरे पर मुहासे होना एक सामान्य बात है। यूं तो यह सभी उम्र के लोगों में होते हैं। कुल जनसंख्या के लगभग 80% लोगों को जीवन की किसी ना किसी अवस्था में मुहासे हो ही जाते हैं परंतु टीनएजर्स (teenagers) यानी 13 से 19 साल के बच्चों में मुख्य रूप से होते हैं।
मुंहासे होने के कारण
मुंहासे एक त्वचा संबंधी रोग है। इसका इलाज करने वाले डॉक्टर को त्वचा रोग विशेषज्ञ (Dermatologist) कहा जाता है। {Derm का अर्थ है skin, logist का अर्थ है विशेषज्ञ} मुंहासे होने के बहुत से कारण है से कारण है:-
जैसे- हारमोंस में परिवर्तन के कारण।
पाचन तंत्र में गड़बड़ी होने के कारण।
नींद पूरी ना होने के कारण।
बालों में होने वाले रूसी या डेंड्रफ के कारण।
और सबसे महत्वपूर्ण वसा ग्रंथि या (Sebaceous gland) से निकलने वाले स्राव(secretion) को रोक देने के कारण मुहासे तेजी से होते हैं।
क्या आई ड्रॉप का उपयोग मुंहासे के इलाज में किया जा सकता है
आपको जानकर यह आश्चर्य होगा की द जर्नल ऑफ क्लीनिकल एंड एसथेटिक डर्मेटोलॉजी (The Journal of Clinical and Aesthetic Dermatology) के अनुसार -Timolol Maleate 0.5%(eyedrop) का उपयोग मुंहाँसो के उपचार मे किया जा सकता है परंतु इसका उपयोग किसी मेडिकल स्पेशलिस्ट या डर्मेटोलॉजिस्ट की सलाह पर ही करना है अपने आप नहीं। साभार: श्री संस्कार शर्मा एवं डॉ सौरभ जैन (विदिशा मेडिकल कॉलेज)।