Advisory for people using chemical to avoid CORONA
भोपाल। COVID-19 की रोकथाम के लिए जो लोग केमिकल का यूज कर रहे हैं उनके लिए एडवाइजरी के साथ मध्य प्रदेश के सभी कलेक्टर, नगर निगम कमिश्नर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और सिविल सर्जन आदि संबंधित सभी अधिकारियों को कमिश्नर हेल्थ की तरफ से निर्देशित किया गया है कि मनुष्यों पर किसी भी परिस्थिति में डिसइन्फेक्टेड, रोगाणु-नाशक द्रव्यों का छिड़काव नहीं किया जाये। यदि शासन स्तर पर ऐसा किया गया तो यह सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना होगा।कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए केमिकल के उपयोग पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला
स्वास्थ्य आयुक्त द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि रासायनिक रोगाणु-नाशक द्रव्यों का उपयोग कोविड-19 के संदिग्ध अथवा पुष्ट रोगियों के उपयोग और बार-बार सम्पर्क में आने वाले स्थलों और सतहों पर ही किये जाने की अनुशंसा की गई है। किसी भी परिस्थिति में व्यक्तियों अथवा समूहों पर रोगाणु-नाशक द्रव्यों के छिड़काव की अनुशंसा नहीं की गई है।
क्या मनुष्यों पर केमिकल के छिड़काव से उन्हें कोरोनावायरस मुक्त किया जा सकता है
रोग उत्पन्न करने वाले कीटाणु और अन्य हानिकारक सूक्ष्म विषाणुओं को नष्ट करने की क्षमता रोगाणु-नाशक रासायनिक द्रव्यों में होती है। रोगाणु-नाशक रासायनिक द्रव्यों के तीव्र रासायनिक गुण-धर्म को ध्यान में रखते हुए इन द्रव्यों और रसायनों का प्रयोग निर्जीव वस्तुओं को डिसइन्फेक्ट करने के लिये किया जाता है। कोविड-19 के संदिग्ध अथवा पॉजिटिव व्यक्तियों की बाहरी त्वचा पर रोगाणु-नाशक छिड़काव करने का कोई लाभ नहीं होता, क्योंकि शरीर में प्रवेश कर चुके वायरस पर इन द्रव्यों का कोई प्रभाव नहीं होता। इसके साथ ही इसके भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं।
क्या क्लोरीन के छिड़काव से कोरोनावायरस मर जाता है
क्लोरीन के छिड़काव के दौरान सम्पर्क में आने से आँखों अथवा त्वचा में जलन हो सकती है। पाचन प्रक्रिया पर दुष्प्रभाव और सोडियम हाइपोक्लोराइट रसायन के इन्हेल करने से नाक, गला और श्वसन तंत्र में जलन हो सकती है। इन्हीं सब तथ्यों को ध्यान में रखते हुए निर्देश जारी किये गये हैं।