इंदौर। डायरेक्टोरेट ऑफ डिस्टेंस एजुकेशन से संचालित तीन वर्षीय एमबीए पाठ्यक्रम की अवधि कम होगी। यूजीसी के निर्देश पर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने पाठ्यक्रम दो साल का करने का प्रस्ताव तैयार किया है। खास यह है कि डिस्टेंस के साथ ही एमबीए को ऑनलाइन किया जाएगा। अगले सप्ताह यूजीसी को इसके लिए आवेदन किया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक नवंबर में यूजीसी ने बैठक बुलाई है। संभवतः मंजूरी मिल सकती है।
विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने, कोर्स अपडेट और अवधि कम करने के लिए विभाग ने जुलाई में प्रस्ताव भेजा था, लेकिन नई शिक्षा नीति आने से यूजीसी ने इसे लौटा दिया। फिर यूजीसी ने डिस्टेंस के अलावा ऑनलाइन कोर्स पर जोर दिया। साथ ही संस्थानों से दोबारा प्रस्ताव मांगे। इसके लिए 31 अक्टूबर तक आवेदन भेजना है। कुलपति डॉ. रेणु जैन ने कहा एमबीए पाठ्यक्रम का सिलेबस चार सेमेस्टर (दो वर्षीय) में रखा है। साथ ही ऑनलाइन मोड का सिलेबस भी तैयार किया है। यूजीसी से मंजूरी मिलने के बाद कोर्स में प्रवेश दिया जाएगा।
बीए-बीकॉम भी होगा डिस्टेंस में
एमबीए के अलावा विवि ने कुछ अन्य कोर्स को भी डिस्टेंस मोड में रख है, जिनमें बीए-बीकॉम सहित छह डिप्लोमा कोर्स शामिल हैं। अधिकारियों के मुताबिक ये सभी कोर्स ऑनलाइन में भी होंगे, जिनमें सप्ताह में तीन दिन कक्षाएं लगेंगी।
एमबीए (डीई) में भी जनरल प्रमोशन दिया जाएगा
एमबीए (डीई) फर्स्ट-सेकंड ईयर की परीक्षा होना बाकी है। विवि के निर्देश पर अब एमबीए (डीई) में भी जनरल प्रमोशन दिया जाएगा। इसके लिए विभाग ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। संभवतः नवंबर में विद्यार्थियों को असाइनमेंट दिए जाएंगे। डायरेक्टर डॉ. प्रतोष बसंल का कहना है कि फाइनल ईयर की ओपन बुक परीक्षा रखी जाएगी।