इंदौर। बीएससी नर्सिंग थर्ड ईयर का रिजल्ट देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने आठ महीने बाद घोषित कर दिया है। लगभग 50 फीसद छात्र-छात्राएं फेल हो गए है। खराब रिजल्ट को लेकर विद्यार्थियों ने मंगलवार को विश्वविद्यालय में जमकर हंगामा किया। छात्रनेताओं ने सैम्पलिंग की मांग रखी, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने माना कर दिया। गुस्साएं विद्यार्थियों की समस्या को सुनते हुए कुलपति ने रिटोटलिंग करवाने का आश्वासन दिया।
बीएससी नर्सिंग थर्ड ईयर की परीक्षा जबलपुर आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय ने जनवरी में करवाई। कॉपियां जांचने में छह महीने लगे। यहां तक विद्यार्थियों के नंबर डीएवीवी को भेजने में दो महीने लगे। विश्वविद्यालय ने मंगलवार सुबह रिजल्ट घोषित किया। थर्ड ईयर में 750 विद्यार्थी है, जिसमें से 50 फीसद यानी 350 विद्यार्थियों को एटीकेटी और फेल हुए है। दोपहर 2 बजे एबीवीपी के छात्रनेता ने खराब रिजल्ट को लेकर नालंदा परिसर में जमकर हंगामा किया।
विद्यार्थियों ने सैम्पलिंग की मांग रखी। जवाब में परीक्षा नियंत्रक डॉ. तिवारी ने कहा कि कॉपियां जबलपुर विश्वविद्यालय ने जांची है। डीएवीवी के पास नंबर स्कैन कर भेजे है। इसलिए रिव्यू या सैम्पलिंग नहीं करवाई जा सकती है। सिर्फ रिटोटलिंग की सुविधा है। इसके लिए लिंक खोल दी है।