यदि आप पानी के एक तरफ बिजली का तार टच कर देंगे तो पानी में करंट दौड़ जाएगा लेकिन यदि इसी पानी में आप शक्कर घोल देंगे तो पानी में करंट नहीं आएगा। सवाल यह है कि पानी में शक्कर मिलने के बाद जो लिक्विड तैयार होता है उसमें इलेक्ट्रिसिटी कंडक्ट क्यों नहीं होता।
गुड़गांव में संचालित एक प्राइवेट कंपनी में एचआर हेड श्री आशीष दुबे बताते हैं कि इस सवाल का जवाब कक्षा 11 अध्याय EQUILIBRIUM में दिया हुआ है। सभी जानते हैं कि पानी का फार्मूला है H2O होता है। और शुगर यानी शक्कर का फार्मूला C12 H22 O11 होता है। जब हम दोनों को मिलाते हैं तो जो लिक्विड तैयार होता है उसका फार्मूला C6 H12 O6 + C6 H12 O6 हो जाता है। (जब दोनों को यानी पानी और शक्कर को आपस में मिलाते हैं तो शक्कर के अणुओं का हाइड्रोलाइसिस (जलीय अपघटन) होने के कारण वे ग्लूकोस यानी (C6H12O6 +C6H12O6) में टूट जाते हैंं।) यानी इस लिक्विड में आयरन नहीं होता और क्योंकि आयरन नहीं होता इसलिए यह लिक्विड (शक्कर का घोल) इलेक्ट्रिसिटी कंडक्ट नहीं करता।
सरल शब्दों में कहा जाए तो बिजली के करंट को दौड़ने के लिए धातु के रनवे की जरूरत होती है। पानी में आयरन मौजूद होता है इसलिए करंट दौड़ जाता है परंतु यदि आप किसी तरल पदार्थ से धातु को गायब कर देंगे तो करंट को दौड़ लगाने के लिए रास्ता ही नहीं मिलेगा। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article (current affairs in hindi, gk question in hindi, current affairs 2019 in hindi, current affairs 2018 in hindi, today current affairs in hindi, general knowledge in hindi, gk ke question, gktoday in hindi, gk question answer in hindi,)