THE GREAT BANYAN TREE, Where is it located, how old, special things, features
इस प्रश्न का उत्तर निश्चित रूप से ज्यादातर लोगों को याद होगा। कुछ लोगों की मेमोरी से थोड़ा ब्लर हो गया होगा। रिवीजन के लिए इस आर्टिकल को लिखा जा रहा है। यह तो सभी जानते हैं कि बरगद के पेड़ सारी दुनिया में पाए जाते हैं और हिंदू संप्रदाय में बरगद के पेड़ को पूजनीय माना गया है। खुशी की बात यह है कि दुनिया का सबसे बड़ा और उम्र दराज बरगद का पेड़ भारत में स्थित है।'द ग्रेट बनियन ट्री' कितना पुराना है और कहां स्थित है
यह विशालकाय बरगद का पेड़ भारत देश की पश्चिम बंगाल राज्य की राजधानी कोलकाता के आचार्य जगदीश चंद्र बोस बॉटनिकल गार्डेन में है। 1787 में इस पेड़ को यहां स्थापित किया गया था। उस समय इसकी उम्र करीब 20 साल थी। इस पेड़ की इतनी जड़ें और शाखाएं हैं कि इससे एक पूरा का पूरा जंगल ही बस गया है। इसे देखकर यह अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है कि यह सिर्फ एक ही पेड़ है।
द ग्रेट बनियन ट्री की खास बातें
सन 1890 में खींचा गया फोटो जो The British Library में मौजूद है |
विश्व का सबसे बड़ा बरगद का पेड़ 14500 वर्ग मीटर जमीन पर फैला हुआ है।
द ग्रेट बनियन ट्री की ऊंचाई 24 मीटर है।
दुनिया के सबसे पुराने बरगद के पेड़ की स्थापना सन 1787 में की गई थी।
सन 2020 में विश्व के सबसे पुराने बरगद के पेड़ की उम्र 253 साल थी।
दुनिया के सबसे विशाल बरगद की जटाओं की संख्या 3000 से ज्यादा है जो जड़ों में तब्दील हो गई है।
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में स्थित सबसे प्राचीन बरगद के पेड़ को दुनिया का सबसे चौड़ा पेड़ या 'वॉकिंग ट्री' भी कहा जाता है।
दुनिया के सबसे विशाल बरगद के पेड़ पर पक्षियों की 80 से ज्यादा प्रजातियां निवास करती हैं।
साल 1987 में भारत सरकार ने इस विशालकाय बरगद के सम्मान में डाक टिकट भी जारी किया था।
इसे बॉटनिकल सर्वे ऑफ इंडिया का प्रतीक चिह्न भी माना जाता है।
इस पेड़ की देखरेख 13 लोगों की एक टीम करती है, जिसमें बॉटनिस्ट (वनस्पति वैज्ञानिक) से लेकर माली तक सब हैं।
समय-समय पर इसकी जांच की जाती है, ताकि इसे कोई नुकसान न पहुंचे।
यह पेड़ गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है।