ग्वालियर। शुक्रवार को ग्वालियर शहर में एक के बाद एक लगातार 3 आत्महत्या के मामले सामने आए। डीडी नगर और हजीरा में दो लड़कियां अपने-अपने घरों में फांसी पर झूलती हुई मिली। लभेड़पुरा में 52 वर्षीय सब्जी विक्रेता अपने घर में फांसी पर लटका हुआ मिला। तीनों के बीच कोई कनेक्शन नहीं है लेकिन तीनों के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है और तीनों के आत्महत्या करने का तरीका बिलकुल एक जैसा है।
भाई सोकर उठा तो सपना फांसी पर झूल रही थी
महाराजपुरा थाना क्षेत्र के डीडी नगर निवासी धनंजय कुमार मालनपुर स्थित एक फैक्ट्री में काम करते हैं। वह सुबह अपनी ड्य़ूटी चले गए थे और उसके बाद उनकी पत्नी संगीता गांव चली गई थी। घर पर बेटा शुभम व बेटी सपना थी। दोपहर को खाना खाने के बाद शुभम अंदर वाले कमरे में और सपना बाहर वाले कमरे में सो गई। दोपहर करीब सवा तीन बजे जब शुभम की नींद खुली तो उसने सपना के कमरे का दरवाजा खटखटाया, काफी प्रयास के बाद जब उसने दरवाजा नहीं खोला तो उसने दरवाजा तोड़ा तो सपना फांसी के फंदे पर झूल रही थी। मामले का पता चलते ही पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच के बाद मामला दर्ज कर लिया।
घरवालों के लिए खाना बनाकर आरती आर्य फांसी पर झूल गई
उधर हजीरा थाना क्षेत्र के आरामील निवासी आरती (24) पुत्री रामचरण आर्य ने खाना बनाया और खाना बनाने के बाद अपने कमरे में चली गई। रात करीब सवा आठ बजे जब आरती की मां कमरे में पहुंची तो वह फंदे पर झूल रही थी। मामले का पता चलते ही पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच के बाद मर्ग कायम कर शव को पीएम हाउस भेज दिया। फिलहाल पता नहीं चला है कि किन कारणों के चलते युवती ने फांसी लगाई है।
सब्जीवाले 52 वर्षीय जगदीश भी फंदे पर लटके हुए मिले
इधर झांसी रोड थाना क्षेत्र के लभेड़पुरा निवासी राकेश उर्फ जगदीश कुशवाह (52) पुत्र बलराम कुशवाह पेशे से सब्जी व्यवसायी हैं और घर के पास ही उसकी सब्जी की दुकान है। उसने अपने कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। घटना का पता उस समय चला जब बेटी के घर से जगदीश की पत्नी वापस घर पहुंची तो वह फंदे पर झूल रहा था। हादसे का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच के बाद मर्ग कायम कर लिया है।