ग्वालियर। PANACEA HOSPITAL GWALIOR में फेफड़ों में इन्फेक्शन का इलाज कराने के लिए भर्ती की गई किराना व्यापारी श्री रामदास अग्रवाल की पत्नी श्रीमती संगीता अग्रवाल का निधन हो गया। श्री रामदास अग्रवाल का आरोप है कि रात 10:00 बजे डॉक्टर ने इंजेक्शन लगाया था और उसके तत्काल बाद उनकी पत्नी श्रीमती संगीता अग्रवाल का निधन हो गया। पुलिस ने श्रीमती संगीता का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
Dr. HEMANT GUPTA KAMPOO के कहने पर भर्ती करवाया था
अवाड़पुरा क्षेत्र में रहने वाले रामदास अग्रवाल किराना कारोबारी है। उनकी पत्नी संगीता अग्रवाल को सांस लेने में तकलीफ होने पर सीटीस्कैन टेस्ट कराया था। जांच रिपोर्ट में फेफड़ों का इंफेक्शन का पता चलने पर रामदास ने पत्नी संगीता को इलाज कराने के लिए तानसेन नगर स्थित निजी अस्पताल पेनेसिया में 11 अक्टूबर को उपचार के लिए कम्पू में क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर हेमंत गुप्ता के कहने पर भर्ती कराया गया था।
श्रीमती संगीता पूरी तरह स्वस्थ थीं, इंजेक्शन लगाते ही हालत बिगड़ने लगी
कारोबारी रामदास ने बताया कि बुधवार की रात संगीता पूरी तरह से स्वस्थ दिख रही थी, तभी रात 10 बजे इलाज कर रहे डॉक्टरों ने शुगर होने के चलते उन्हें इंसुलिन दिया। इंसुलिन देते ही संगीता की हालत बिगडऩे लगी और कुछ ही देर बाद मौत हो गई। मृतका के पति रामदास ने डॉक्टरों पर आरोप लगाते हुए कहा कि इंसुलिन लगाने से ही उनकी मौत हुई हैऔर डॉक्टरों द्वारा भर्ती करने के बाद से ही लापरवाही बरती गई थी।
डॉक्टरों पर गलत इलाज का आरोप
संगीता की मौत के बाद अस्पताल में मौजूद पति रामदास की सूचना पर अन्य नाते-रिश्तेदार भी आधी रात में अस्पताल पहुंच गए और डॉक्टरों पर गलत इलाज करने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरु कर दिया। हंगामे की सूचना मिलते ही ग्वालियर थाना टीआई दीपक यादव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और हंगामा कर रहे परिजनों को शांत कराया।
डॉक्टर सामने नहीं आया, अस्पताल के मैनेजर ने बयान दिया
जब इस मामले को लेकर डॉक्टर के दिए गए नंबर पर बात की तो फोन अस्पताल प्रबंधक विकास पाठक ने उठाया और बताया कि डॉक्टर साहब ने मुझे बताया है कि महिला की मौत सडऩली कार्डियक अरेस्ट आने के कारण हुई है, जबकि महिला को शुगर के लिए दो यूनिट इंसुलेशन दिया गया था जो कि मौत का कारण नहीं हो सकता है, जबकि परिजन आरोप लगा रहे हैं कि इंसुलिन देने के बाद ही तबीयत बिगड़ी और उसकी मौत हुई है। पीएम के बाद ही महिला की मौत का कारण पता लग सकेगा।