ग्वालियर। लोकायुक्त पुलिस ने दावा किया है कि उसने एक छापामार कार्रवाई में ड्राइवर फूड इंस्पेक्टर कार्यालय के सैंपल सहायक आयूब खान को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त पुलिस का कहना है कि रिश्वत की रकम ड्रग इंस्पेक्टर अजय ठाकुर के कहने पर ली जा रही थी।
लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक संजीव सिन्हा ने बताया कि महेन्द्र बाथम मछली मार्केट लधेडी ने ड्रग लायसेंस के लिये 13 अक्टूबर को ऑन लाइन आवेदन किया था। जिस पर लायसेंस नहीं बना तो उसने ड्रग इंस्पेक्टर अजय ठाकुर से बात की जिन्होने लायसेंस के एवज में 30 हजार रूपये मांगे। इन रूपयों के लिये आयूब खान सेम्पल सहायक से महेन्द्र बाथम का सौदा बातचीत में 25 हजार में तय हुआ।
गुरूवार को महेन्द्र बाथम ने फूड व औषधि विभाग के कार्यालय कलेक्ट्रेट में जैसे ही 25 हजार रूपये की राशि दी तो पहले से ही तैयार लोकायुक्त टीम ने आयूब खान को दबोच लिया। लोकायुक्त की टीम में डीएसपी प्रद्युम्र पाराशर, कविन्द्र सिंह चौहान, आराधना डेविस व अन्य कर्मचारी शामिल थे।
लोकायुक्त पुलिस ने ड्रग इंस्पेक्टर अजय ठाकुर व सेम्पल सहायक आयूब खान के खिलाफ धारा 7, 31/1 बी, 13 (2)पीसी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।