ग्वालियर। मांडरे की माता पहाड़ी पर स्थित कैंसर अस्पताल में 8 दिन पहले भर्ती की गई 45 वर्षीय महिला का शव खिड़की की ग्रिल से लटका हुआ मिला। जिस वार्ड में महिला का शव मिला वहां और भी मरीज भर्ती हैं, रात 9:00 बजे तक महिला को देखा गया उसके बाद सुबह शव दिखाई दिया। रात में किसी अन्य मरीज ने किसी भी प्रकार की आवाज नहीं सुनी।
कैंसर अस्पताल के इलाज से संतुष्ट नहीं थीं मधुबाला सिंह
कैंसर अस्पताल के एक मेल नर्स ने जानकारी देते हुए बताया कि मधुबाला पत्नी अनंत सिंह निवासी हनुमानगढ़ कैंसर की बीमारी से ग्रस्त थीं। उन्हें कैंसर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वे हो रहे इलाज से संतुष्ट नहीं थीं और शरीर से होने वाले दर्द से परेशान थीं। अलसुबह के समय वार्ड की गैलरी से लगे ग्रिल में फांसी का फंदा लगाकर बीमार मधुबाला ने आत्महत्या कर ली।
किसी ने फांसी लगाते नहीं देखा, सुबह फंदे पर लटकी बॉडी दिखी
जानकारी के मुताबिक मृतका लंबे समय से कैंसर की बीमारी से पीडि़त थी। कुछ दिनों तक परिजनों ने जड़ी बूटी से उसका इलाज कराया था, लेकिन स्वास्थ्य में सुधार न होने पर कैंसर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां कीमोथैरेपी से उपचार करने की सलाह दी गई थी रात लगभग साढ़े नौ बजे वह दर्द की पीड़ा से रोई भी थीं। सुबह के समय मधुबाला को लोगों ने अपने बेड के पास ग्रिल में फांसी के फंदे पर लटकता देखा।
पुलिस मामले की जांच कर रही है
अस्पताल में बीमार महिला द्वारा फांसी लगा आत्महत्या कर लेने की खबर लगते ही चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मियों के साथ पुलिसकर्मी भी मौके पर पहुंचे। पंचनामा, पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। झांसी रोड थाना प्रभारी पंकज त्यागी ने कैंसर अस्पताल में महिला द्वारा आत्महत्या की पुष्टि करते हुए कहा कि हम पूरे मामले की जांच कर रहे हैं।
आठ दिन पहले किया था भर्ती
परिजनों ने बताया कि पिछले आठ दिन पूर्व ही मधुबाला को उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। जहां पर उसकी हालत स्थिर बनी हुई थी। परिजनों का कहना है कि संभवत: उसने बीमारी से तंग आकर ही जान दी है।