इंदौर। बढ़िया साफ सफाई, एयर कंडीशनर, शानदार पैकिंग और हवा में खुशबू के साथ आपको क्या बेच दिया जाता है आप खुद नहीं जानते हैं। बॉक्स पर चिपके हुए स्टीकर पर भरोसा करने वाले लोगों के साथ ठगी सबसे आसान काम है। इंदौर सहित आसपास के शॉपिंग मॉल में घटिया अचार की सप्लाई की जा रही है। प्रशासन की एक कार्रवाई में 3500 किलो घटिया अचार पकड़ा गया है
जंग लगी मशीनों से मसाला पीसा जा रहा था
जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजीव कुमार मिश्रा ने बताया कि गुरुवार दोपहर 1.30 बजे जावद एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी व पुलिस के साथ पहुंचकर फैक्टरी पर छापा मारा। संचालक राजेंद्र कुमार (58) पिता भगवानदास भूतड़ा निवासी 39, आदर्श मोहल्ला जावद की उपस्थिति में जांच शुरू की। पूरे परिसर में गंदगी फैली हुई थी। जंग लगी मशीनों से मसाला पीसा जा रहा था। गंदगी के बीच ही कर्मचारी अचार पैकिंग का काम कर रहे थे।
आम के अचार के ड्रम में 2 फुट तक फफूंद लगी थी
फैक्टरी के पहले कमरे में पहुंचे तो वहां 10 ड्रम में (प्रत्येक में 180 किलो) आम का अचार भरकर कपड़े व रस्सी से बांधकर रखा था। खोलकर देखा तो उसमें एक दो फीट तक फफूंद लगी हुई थी। दूसरे कमरे की तलाशी लेने पर वहां इसी हालत में आठ ड्रम मिले। कुल 3500 किलो फफूंद लगा अचार मिला।
सिंघाड़ा पाउडर में कीड़े, सड़ चुकी खड़ी मिर्च
इसके अलावा कार्टून में 15-15 किलो अचार भरे डिब्बे पैक करके रखे थे। इन्हें खोलकर देखा तो अचार काला पड़ गया था। सिंघाड़ा पाउडर के कट्टे मिले। इन्हें खोला तो फफूंद के साथ कीड़े रेंगते मिले। 200 किलो सड़ी हुई खड़ी मिर्ची बोरियों में भरकर रखी हुई थी। करीब साढ़े आठ घंटे कार्रवाई कर सारा माल नगर परिषद के वाहनों में रखवाकर ट्रेंचिंग ग्राउंड में डालकर नष्ट कराया।
मध्यप्रदेश और राजस्थान में सप्लाई किया जाता था सड़ा हुआ अचार
खाद्य अधिकारी ने बताया कि फर्म के संचालक द्वारा आम का अचार श्रद्धा ब्रांड के नाम से पैकिंग के बाद बेचा जाता था। इसके द्वारा नीमच, मंदसौर, रतलाम, उज्जैन, इंदौर, चित्तौड़गढ़, निंबाहेड़ा, भीलवाड़ा सहित अन्य जिलों में बड़ी दुकानों व सुपर मार्केट में यह अचार भेजा जाता था।