इंदौर। मध्य प्रदेश कांग्रेस के तारणहार, राज्यसभा सांसद एवं सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट श्री विवेक तन्खा ने यहां बयान दिया है कि मध्यप्रदेश में गठित हुई कांग्रेस की सरकार से वह भी निराश हो गए थे। कांग्रेस पार्टी ने जिन मुद्दों को लेकर चुनाव लड़ा, सरकार गठित होने के बाद उन पर ध्यान नहीं दिया। खासकर उन घोटालों पर कोई कार्यवाही नहीं की जिन्हें चुनावी मुद्दा बनाया गया था। उल्लेखनीय है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में कमलनाथ ने भ्रष्टाचार के मुद्दों पर बयान दिया था कि उनकी चक्की धीमी चलती है परंतु महीन पीसती है। तात्पर्य था कि भ्रष्टाचार के मामलों में कड़ी कार्रवाई होगी, परंतु 15 महीने की कांग्रेस सरकार में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।
शुक्रवार को इंदौर पहुंचे कांग्रेस नेता ने कहा कि मैं इस बात से निराश था। हमने जब चुनाव लड़ा था तो व्यापम हो या ई-टेंडरिंग घोटाला हो इन सब भ्रष्टाचार के मामलों को अहम मुद्दा बनाया था। 15 महीनों में हमको जो करना चाहिए था वो जमीन पर दिखा नहीं। अब कांग्रेस लौटेगी तो कांग्रेस के मुख्यमंत्री से मेरा आग्रह होगा कि ये जो लड़ाई और कार्रवाई पूरी नहीं की गई उसे अब पूरा करना होगा।
तन्खा ने चर्चा करते हुए कांग्रेस को 20 से ज्यादा सीटें मिलने की उम्मीद जताई। राज्यसभा सांसद ने साथ ही कह दिया कि उपचुनाव के बाद भाजपा में जो बदलाव होंगे उसे आप भी देखेंगे। तन्खा के इस बयान के मायने निकाले जा रहे हैं कि भले ही उपचुनाव समाप्त हो जाए। उसके बाद भी प्रदेश में राजनीतिक तोड़फोड़ और दलबदल का दौर जारी रहेगा।